अत्याधुनिक मीटरिंग अवसंरचना समाधान लागू करने में बीवाईपीएल की सेंसस के साथ सहभागिता
इस समझौते से बीवाईपीएल को दिल्ली सेवाक्षेत्र में प्रायोगिक आधार पर सेंसस के आधुनिक मीटरिंग अवसंरचना समाधान, फ्लैक्सनेट का उपयोग करने की सुविधा मिलेगी।
बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) ने भारत-ब्रिटेन टेक समिट में सेंसस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो एक जाइलम ब्रांड होने के साथ ही स्मार्ट मीटर तथा उपयोगिता-श्रेणी की संचार प्रणालियों के वैश्विक आपूर्तिकर्ता हैं। इस प्रौद्योगिकी के प्रायोगिक परीक्षण की शुरुआत अगले तीन से चार महीनों में हो जाएगी और इससे बीवाईपीएल, दिल्ली में सेंसस फ्लैक्सनेट एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (एएमआई) समाधान को लगाना और चालू करना आसान हो जाएगा।
बिना किसी अतिरिक्त निवेश के, सेंसस फ्लैक्सनेट एएमआई समाधान के द्वारा, बीवाईपीएल की कवरेज, क्षमता जरूरतों तथा स्मार्ट ग्रिड की दीर्घावधि आवश्यकताओं की पूर्ति होगी। फ्लैक्सनेट की व्यापक क्षेत्र रेडियो प्रौद्योगिकी में सभी संचालनों के लिए एक सरल और मजबूत अवसंरचना उपलब्ध कराने की असाधारण पैठ और पहुंच है। इससे बीवाईपीएल दिल्ली को बिजली चोरी, डेटा क्षति को कम करने और बिलिंग तथा संग्रह प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में भी सहायता मिलेगी। पांच महादेशों में संचालन और सेवा सुविधाओं के साथ सेंसस, उपयोगिता अवसंरचना प्रणाली तथा संसाधन संरक्षण के क्षेत्र में एक वैश्विक अग्रणी हैं।
यूके ट्रेड एंड इकॉनोमिक्स, भारत के निदेशक, सेंट जॉन गुड ने कहा:
मुझे स्मार्ट मीटर समाधान के क्षेत्र में ब्रिटिश कंपनी सेंसस तथा बीवाईपीएल के बीच सहभागिता से अत्यंत प्रसन्नता हुई है। यह ‘सब के लिए बिजली’ के भारत के लक्ष्य की ओर उठाया गया एक कदम है। हमें खुशी है कि एक और उत्कृष्ट ब्रिटिश कंपनी भारत के विकास में अपनी भूमिका निभा रही है। यह भारत और ब्रिटेन के बीच एक बेहतरीन सहभागिता है, जिसमें काफी अधिक संभावनाएं हैं।
इस अवसर पर बीएसईबी के अध्यक्ष, ललित जालान ने कहा:
हम गौरवान्वित हैं कि हमें इस भारत-ब्रिटेन सहभागिता का एक अंश बनने का अवसर मिला। मैं बीवाईपीएल तथा सेंसस के बीच के इस अवसर पर अत्यंत रोमांचित हूं। बीएसईबी हमेशा आधुनिकतम श्रेणी की प्रौद्योगिकियां जैसे, सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन (एससीएडीए), जियोग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) और अब स्मार्ट ग्रिड लागू करने के मोर्चे पर अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। इस सहभागिता से हमें बिजली वितरण व्यवसाय में अगली श्रेणी की- ‘स्मार्ट’ प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए मूल्य प्रदायन को और बेहतर बनाने में सहायता मिलेगी।
भारत-ब्रिटेन टेक समिट में सेंसस की ओर से, ईएमईए तथा एशिया प्रशांत क्षेत्र की रणनीतिक ग्राहक टीम के उपाध्यक्ष, गैरी कॉक्स ने कहा:
हमें इस प्रायोगिक परीक्षण के लिए बीवाईपीएल के साथ सहभागिता करते हुए खुशी हो रही है। भारत जैसी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के लिए, स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी अनिवार्य है, ताकि पुरानी बिजली अवसंरचनाओं के अवरोधों से बचा जा सके, नए निवेशों को आकर्षित किया जा सके, और उपयुक्त तथा लचीली ग्रिड प्रणाली का निर्माण हो, जिसमें ग्राहकों की ओर से बढ़ती हुई बिजली की मांग को पूरा करने की क्षमता हो और जो कई प्रकार के ऊर्जा स्रोतों का संचालन कर सके। यह सहभागिता ब्रिटेन-भारत प्रौद्योगिकी सहभागिता का एक प्रमाण है। हमारा लक्ष्य ब्रिटेन के प्रौद्योगिकी नवाचारों का उपयोग कर इस प्रौद्योगिकी अंतराल को पाटना और इसके माध्यम से भारतीय बाजार के लिए एक मानक स्थापित करना है।
वर्तमान में, लगभग 32% भारतीय शहरी इलाकों में निवास करते हैं। विशिष्ट भौगोलिक स्थितियों तथा विभिन्न शहरों तथा ग्राहकों की अलग श्रेणियों में वितरण ग्रिडों के काम करने की वजह से, यहां शहरी स्मार्ट मीटरिंग संचार नेटवर्क लागू करना बेहद चुनौतीपूर्ण बन जाता है। सेंसस की खास विशेषता तथा क्षमता ऐसी प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराना है जो आंकड़ों तथा एनालिटिक प्लेटफॉर्मों पर बिना कोई समझौता किए, मीटर और मूलभूत संरचनाओं की परिसंपत्ति जीवन-अवधि (एसेट लाइफ) को अनुकूलित करता है।
इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए, बीवाईपीएल के सीईओ, पी.आर.कुमार ने कहा:
इस प्रौद्योगिकी प्रदर्शन के लिए सेंसस के साथ सहभागिता करते हुए हम अत्यंत प्रसन्न हैं। मैं आश्वस्त हूं कि यह प्रौद्योगिकी बिना किसी खास अतिरिक्त निवेश के, बीवाईपीएल की कवरेज, क्षमता जरूरतों तथा स्मार्ट ग्रिड की दीर्घावधि आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होगी। यह परीक्षण इस दिशा में हमारे अनवरत प्रयासों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन होगा और हमें इससे सेंसस की व्यापक श्रेणीगत वैश्विक विशेषज्ञता क्षमताओं का लाभ मिल सकेगा।
आगे की जानकारी
सेंसस ने पहचाना कि भारत इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) प्रौद्योगिकियों के स्वीकरण में वृद्धि लाकर स्मार्ट सिटी बनाने की प्रक्रिया के अग्रणी चरण में है। अपनी तीव्र-गतिक तथा नवाचारी भावना से प्रेरित होकर सेंसस ने हैदराबाद में अपना प्रथम वैश्विक सहायता केंद्र स्थापित करते हुए भारत को एक रणनैतिक क्षेत्र के तौर पर पहचाना है। यह सहायता केंद्र, एक सुदृढ़, लोचदार, भावी-सुरक्षित तथा संधारणीय स्मार्ट ऊर्जा नेटवर्क के सृजन के लिए, एक तेजी से उभरते हुए बाजार के रूप में भारत के साथ सेंसस की प्रतिबद्धता तथा सहभागिता को और सुदृढ़ बनाता है। इस मूलभूत निवेश से न केवल भारत को अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी का लाभ मिलेगा, बल्कि राष्ट्रीय व्यापार वृद्धि को भी प्रोत्साहन मिलेगा। राष्ट्रीय स्मार्ट ग्रिड मिशन जैसे प्रयासों के माध्यम से, सेंसस भारत में सही समाधान तथा प्रौद्योगिकी लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो आसानी से स्वीकार्य, और आंकड़ा-आधारित निर्णय लेने में सहायक हो, जिससे जल का रिसाव कम हो, ऊर्जा व्यय सीमित हो, प्राकृतिक गैस की सुरक्षित आपूर्ति संभव हो, और जिससे एक स्ट्रीटलाइट भी प्रौद्योगिकी का प्रकाशस्तंभ बन जाए।
ये परियोजनाएं, जिनमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के उपयोग किया गया है, में सेंसस को विशिष्ट रूप से विशेषज्ञताएं तथा अनुभव प्राप्त हैं, जिसने दुनिया की एक सबसे विशालतम स्मार्ट मीटरिंग परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया है- लाखों घरों और छोटे व्यवसायों को स्मार्ट मीटर प्रदान करने के लिए ब्रिटेन सरकार की योजना, जिससे ब्रिटेन के आर्थिक लाभ में 2020 तक 9.8 बिलियन पौंड का इजाफा होने का अनुमान है। सेंसस की प्रौद्योगिकी ग्रेट ब्रिटेन के उत्तरी भाग में दस मिलियन स्थलों पर बिजली और गैस के स्मार्ट मीटर लगाने में सहायक हो रही है। सेंसस इसे बेसिंगस्टॉक स्थित अपने नए स्थापित संचालन कार्यालय से कार्यान्वित कर रहे हैं, जिसका विस्तार इस महत्वपूर्ण परियोजना के समर्थन हेतु अनुकूलित है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया संपर्क करें सेंसस, एक जाइलम ब्रांड, लूसी हडसन, मार्केटिंग डायरेक्टर, ईएमईए & एपीएसी।
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