विदेश कार्यालय मंत्री आलोक शर्मा की भारत यात्रा
आलोक शर्मा की पहली भारत यात्रा।
एशिया मामलों के ब्रिटिश मंत्री नियुक्त होने के बाद आलोक शर्मा, जबकि उन्हें अपनी इस नई भूमिका में अभी महज एक सप्ताह ही हुआ है, पहली बार भारत यात्रा पर आ रहे हैं जहां वह आज दिल्ली आएंगे और फिर उसके बाद मुंबई जाएंगे।
यह स्पष्ट करने के लिए कि ब्रिटेन का व्यवसाय के लिए खुला हुआ है और विश्व मंच पर भारत और ब्रिटेन का एक गतिशील भविष्य है, श्री शर्मा भारत सरकार के मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और बिजिनेस लीडर्स के साथ बातचीत करेंगे।
आधुनिक और विविधतापूर्ण लोकतंत्र के रूप में हमारे दोनों देशों के बीच स्वाभाविक बंधुता और रणनीतिक संबंध है जिसे हम और ऊंचे स्तर तक ले जाना चाहते हैं। सुरक्षा और प्रतिरक्षा, व्यवसाय, नवाचार, शिक्षा और संस्कृति के हमारे संबंध पहले से अधिक मजबूत हुए हैं।
वित्तीय सेवाओं, ‘स्मार्ट सिटीज’ और धारणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में वार्ता हेतु श्री शर्मा व्यवसाय और वित्त जगत के दिग्गजों से भी मुलाकात करेंगे।
सं.रा. सुरक्षा परिषद, नाटो और जी7 के स्थाई सदस्य के रूप में ब्रिटेन सही मायने में एक वैश्विक खिलाड़ी है। भारत के पुराने मित्र के नाते हम भारत के सुधार कार्यक्रमों में मदद करने के लिए उपयुक्त हैं और जी20 तथा राष्ट्रमंडल सहयोगी के रूप में हमारा बढ़ता हुआ सहयोग दुनिया में हम दोनों देशों की समृद्धि का साक्षी बनेगा।
एशिया मामलों के ब्रिटिश मंत्री आलोक शर्मा ने कहा:
मुझे खुशी है कि विदेश कार्यालय मंत्री नियुक्त होने के बाद भारत मेरी पहली आधिकारिक यात्रा का गंतव्य बना है। ब्रिटेन और भारत के बीच व्यापक और रोमांचक साझेदारी है जिसमें वाणिज्य और निवेश, जलवायु और ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति के क्षेत्र शामिल हैं जिसमें ब्रिटेन में निवास करने वाले विशाल और गतिशील भारतीय समुदाय से बहुत बल मिला है।
ब्रिटेन के द्वार व्यवसाय के लिए तथा विश्व मंच पर आगे बढ़ने के लिए सदैव खुले हैं। हम भारत से साथ हर संभव मजबूत संबंध चाहते हैं और इस दौरे तथा अपनी नई भूमिका में मैं हमारे अति महत्वपूर्ण रणनैतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना चाहता हूं।
अपने दौरे में श्री शर्मा ‘एमर्जिंग वॉइसेस’ कार्यक्रम में विदेश नीति पर अगली पीढ़ी के नीति निर्माताओं से मिलेंगे।
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