समाचार कथा

जी8 के सम्मेलन में विदेश मंत्री का संवाददाता सम्मेलन

ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रकुल मामलों के मंत्री एवं सांसद विलियम हेग की लंदन (बृहस्पतिवार, 11 अप्रैल 2013) में जी8 के विदेश मंत्रियों के संवाददाता सम्मेलन में टिप्पणियां।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
The Foreign Secretary William Hague

The Foreign Secretary William Hague

ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रकुल मामलों के मंत्री एवं सांसद विलियम हेग की लंदन (बृहस्पतिवार, 11 अप्रैल 2013) में जी8 के विदेश मंत्रियों के संवाददाता सम्मेलन में टिप्पणियां।

संघर्ष रोकने एवं उनके समाधान और उसके परिणामों से निपटने के विषय पर जी8 के विदेश मंत्रियों की आज अत्यंत उद्देश्यपूर्ण और रचनात्मक वार्ता हुई।

जाहिर है कि सीरिया विदेश नीति का सबसे अहम मसला था, जिस पर हमने चर्चा की। हम सभी ने वहां जारी मानवीय त्रासदी को लेकर गहरी चिंता प्रकट की। हम सहमत हुए कि हमारी तात्कालिक प्राथमिकताएं मानवीय पहुंच बढ़ाना, यह सुनिश्चित करना कि जिन दानदाता देशों ने कुवैत सम्मेलन में उदारतापूर्वक सहायता का वायदा किया, वे अपना वचन पूरा करें। साथ ही उन देशों में स्थिरता का समर्थन करना है, जो शरणार्थियों को आश्रय प्रदान कर रहे हैं। और, हमने सीरिया में रासायनिक हथियारों के संभावित उपयोग की जांच कराने के बारे में संयुक्त राष्ट्र महासचिव की घोषणा का भी स्वागत किया।

ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस ने जी8 की बैठक से पहले इस सप्ताह सीरिया के विपक्षी समूह- राष्ट्रीय गठबंधन के साथ अलग से बातचीत भी की, जिसमें हमने अपने समर्थन पर जोर दिया और चर्चा की कि किस प्रकार हम उनके साथ मिल कर सीरिया के भीतर बेहतर तरीके से सेवाएं और मानवीय सहायता देने के हमारे कार्य में तेजी ला सकते हैं। इस बातचीत में अन्य व्यावहारिक समर्थन एवं एक राजनीतिक समाधान निकालने के मसलों पर भी चर्चा हुई।

सीरिया की असद सरकार मानव अधिकारों एवं मानव जीवन का घोर अनादर कर रही है और यह सिलसिला लगातार जारी है। और, अब वक्त आ गया है कि सीरियाई लोगों की अगुआई में एक ऐसा राजनीतिक बदलाव लाया जाए, जो सीरियाई जनता की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं का सम्मान करे।

हमने उत्तर कोरिया (डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) द्वारा हाल ही में की गई उकसावे की कार्रवाई से क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रति उत्प खतरे की समीक्षा भी की। हमने मिसाइल एवं परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर उसके द्वारा कार्य जारी रखने पर उसकी निंदा की। यदि उत्तर कोरिया कोई अन्य मिसाइल लांच करता है या परमाणु परीक्षण करता है तो हमने भविष्य में कड़े कदम उठाने के प्रति अपनी वचनबद्धता प्रकट की। मैं निष्कर्ष के तौर पर बता रहा हूं कि हमने जी8 के विदेश मंत्रियों की बैठक में उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास का कार्य जारी रखने की अत्यंत कड़े शब्दों में निंदा की। हमने स्पष्ट कर दिया कि जी8 के विदेश मंत्री उत्तर कोरिया की सरकार के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने के पक्षधर हैं और यदि उसने भविष्य में कोई अन्य परमाणु परीक्षण किया या मिसाइल लांच की तो अत्यंत कड़े कदम उठाए जाएंगे। हमने उत्तर कोरिया की आक्रामक लफ्फाजी की भी निंदा की और जोर देकर कहा कि इससे वह अधिक अलग-थलग पड़ जाएगा। हमने उससे अपील की कि वह विपरमाणुकरण (डि-न्यूक्लियराइजेशन) पर विश्वसनीय और प्रामाणिक बहुपक्षीय वार्ताओं में भाग ले।

हमने हाल ही में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हुई वार्ताओं पर भी चर्चा की। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर ई 3+3 और ईरान के बीच हुई वार्ताओं का नतीजा निराशाजनक रहा था क्योंकि ईरान ने आवश्यक कूटनीतिक दूरदर्शिता का परिचय नहीं दिया। हम प्रतिबंधों और वार्ताओं के दोहरे रास्ते वाला दृष्टिकोण अपनाना जारी रखेंगे, लेकिन विदेश मंत्रियों ने स्पष्ट कहा कि कूटनीति की खिड़की सदैव के लिए खुली नहीं रखी जा सकती।

हमने मध्यपूर्व शांति प्रक्रिया पर भी व्यापक चर्चा की और विशेषकर हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री केरी द्वारा इस क्षेत्र की यात्रा और वहां एक न्यायसंगत, स्थायी एवं व्यापक समाधान के जरिए शांति स्थापना के प्रति उनकी वचनबद्धता का स्वागत किया। हमने इस प्रयास में अमेरिका को अपना पूर्ण समर्थन देने की पेशकश की। मध्यपूर्व में दोनों पक्षों को चाहिए कि वे संयम बरतें और ऐसा कोई कदम नहीं उठाएं, जिससे द्वि-राज्य समाधान की व्यवहार्यता को खतरा पैदा हो।

हमने मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका में लोकतांत्रिक बदलाव के प्रति अपना राजनीतिक एवं व्यावहारिक समर्थन पुन: प्रकट किया। इस साल जी8 में ब्रिटेन अध्यक्षता कर रहा है, जिसका विभि देशों में विशेषकर महिलाओं एवं युवा लोगों के लिए आर्थिक अवसर पैदा करने में उपयोग किया जाएगा। जी8 के साझेदारों ने हमारे व्यावहारिक कार्यक्रम का अनुमोदन किया है। यह कार्यक्रम निवेश को बढ़ावा देने, लघु एवं मझोले उद्यमों की मदद और अरब देशों में जिन संपत्तियों की चोरी हुई, उन्हें वापस पाने में अरब साझेदारों के साथ मिल कर काम करने की दृष्टि से तैयार किया गया है। इन कदमों से इन देशों में बदलाव को समर्थन देने में मदद मिलेगी।

सोमालिया के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति के बाद हम अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) जैसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की भागीदारी का समर्थन करने पर सहमत हुए हैं ताकि सोमालिया अपनी अर्थव्यवस्था में निवेश कर सके। हमने 2013 के दौरान अगली अंतर्राष्ट्रीय सहायता की समय सारणी भी तय की है, जिस पर हम 7 मई को लंदन में सोमालिया पर होने वाले सम्मेलन में चर्चा करेंगे।

जहां तक म्यांमार (बर्मा) का संबंध है, हमने वहां हुई राजनीतिक एवं आर्थिक प्रगति का स्वागत किया और निवेश को बढ़ावा देने संबंधी म्यांमार सरकार के प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया। हमने इन प्रस्तावों का स्वागत किया और इस प्रयास को समर्थन देने के प्रति वचनबद्धता प्रकट की। लेकिन, हम म्यांमार में जातीय एवं धार्मिक हिंसा को लेकर भी चिंतित हैं। हमने वहां शांति और मेलमिलाप पर जोर दिया।

हम साइबरस्पेस में खतरों एवं अवसरों के बारे में निष्कर्षों पर भी सहमत हुए। इसमें यह भी शामिल है कि किस प्रकार हम सर्वोत्कृष्ट तौर तरीके साझा कर सकते हैं और उन देशों की क्षमता का निर्माण कर सकते हैं, जिनके नेटवर्क के असरदार ढंग से काम करने में ढांचागत सुविधाओं एवं विशेषज्ञता की कमी है।

अंतत:, इन वर्तमान चुनौतियों के अलावा जी8 में मेरी निजी प्राथमिकता इस एक प्रमुख घोषणा पर सहमति थी कि संघर्ष के दौरान बलात्कार और गंभीर यौन हिंसा जेनेवा कन्वेन्शन का घोर उल्लंघन है। मुझे खुशी है कि हम इस घोषणा के अलावा यौन हिंसा की रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर वास्तविक प्रगति करने के उद्देश्य से अनेक व्यावहारिक वचनबद्धताओं पर सहमत हुए हैं। इसमें विभि देशों की ओर से इस प्रयास की दिशा में 23 मिलियन पाउंड की वित्तीय सहायता भी शामिल है। 2015 में जर्मनी जी8 की अध्यक्षता करेगा, जिसके दौरान इन वचनबद्धताओं पर प्रगति के बारे में उसकी प्रतिबद्धता के लिए मैं जर्मन विदेश मंत्री वेस्टरवेले के प्रति आभारी हूं। इस पर सहमति कायम हुई है और हमने संघर्ष में यौन हिंसा की समाप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया है। वक्त आ गया है कि हम दंड से मुक्ति की सोच को तिलांजलि दे दें और इस सिलसिले में हमने आज महत्वपूर्ण प्रगति की है।

ये अत्यंत उपयोगी और सार्थक चर्चाएं रही हैं और जिन क्षेत्रों में हमारे बीच सहमति हुई है, उस पर क्रियान्वयन के बारे में संयुक्त कदम उठाने और सहयोग करने की आशा करता हूं।

संपादकों के लिए नोट्स:

  • फेसबुक और ट्विटर पर विदेश मंत्री का अनुसरण करें : @WilliamJHague
  • जी8 के विदेश मंत्रियों की बैठक का बयान
  • जी8 के विदेश मंत्रियों की बैठक, लंदन 10-11 अप्रैल पर कहानीनुमा विवरण
  • यौन हिंसा की रोकथाम पहल के बारे में विस्तार से पढ़ें
  • हमारे टम्बलर पर यौन हिंसा की रोकथाम पहल के बारे में विस्तृत जानकारी

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प्रकाशित 11 April 2013