यूके के लिए भारतीय वित्तीय सेवा बाज़ार तक पहुँच बनाने के मार्ग को मज़बूत किया गया
यूके और भारतीय व्यवसाय और वित्त के प्रमुख नेता स्थापित संबंधों की मज़बूती का जश्न मनाने और व्यवसाय के नए अवसरों को तलाशने के लिए मिलें |
यूके और भारतीय सरकारों ने लन्दन में आयोजित भारत दिवस के अवसर पर वित्तीय सेवाओं, व्यापार और प्रोद्योगिकी पर बल देने के साथ, यूके और भारत के व्यापार संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए योजनाओं की घोषणा की है।
दोनों सरकारों ने आज (16 जुलाई) लन्दन शहर के मैंशन हाउस में व्यवसाय और निवेश पर एक शिखर वार्ता का आयोजन किया, जहाँ पर प्रधानमंत्री थेरेसा मे, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के राज्य सचिव; लियाम फॉक्स और भारतीय वाणिज्य मंत्री; पीयूष गोयल ने यूके और भारत के संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने की योजनाओं पर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल और सरकारी मंत्रियों के साथ वार्तालाप किया। उन्होंने भविष्य में दोनों राष्ट्रों के बीच निवेश के अवसरों को चिन्हांकित भी किया।
लन्दन शहर द्वारा सह-आयोजित यह कार्यक्रम इस बात पर केन्द्रित है कि यूके और भारत का वित्तीय बाज़ार कैसे भारत के आयात बाज़ारों के पारगमन को समर्थन दे सकता है।
दिनभर चले इस कार्यक्रम में दोनों देशों के वरिष्ठ मंत्रीगण और बैंक ऑफ़ इंग्लैंड के उप-प्रशासक; सर डेविड रैम्सडेन, क्रिस्पिन साइमन, दक्षिण एशिया के महारानी के व्यापार आयुक्त;और संस्कृति, मीडिया एवं क्रीड़ा के संसदीय राज्य उपसचिव; लार्ड ऐश्टन उपस्थित हुए।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के राज्य सचिव, डॉ. लियाम फॉक्स, एमपी ने कहा:
यूके और भारत के बीच पहले से ही एक सुदृढ़ सम्बन्ध स्थापित है, जो ऐतिहासिक संबंधों और वर्तमान के 20 मिलियन पौंड राशि के व्यापार पर बना हुआ है। हमारे आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करने और दोनों राष्ट्रों की समृद्धि में वृद्धि करने के लिए यह एक ठोस आधार है।
लन्दन शहर रूपए के अंतर्राष्ट्रीयकरण में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को अपना पूरा सामर्थ्य प्राप्त करने में सहयोग देगा।
आज प्रातः, भारतीय मंत्री; श्री गोयल और मैंने लन्दन स्टॉक एक्सचेंज को खोला जो अब विश्व का सबसे बड़ा रुपए मूल्यवर्ग का मसाला बौंड केंद्र है जिसमें वैश्विक रूप से विदेशी खरीददारों को जारी किये गए सभी रूपए मूल्यवर्ग के बॉन्डों में से आधे से अधिक की बिक्री की जाती है।
लन्दन स्टॉक एक्सचेंज, स्टैण्डर्ड चार्टर्ड, वर्ल्ड पे, प्रुडेंशियल, हीरो एंटरप्राइज, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी लाइफ, राष्ट्रीय निवेश और अवस्थापना कोष और लॉयड्स ऑफ़ लन्दन के उच्च व्यवसायिक मंत्रीगण उपस्थित थे। दिनभर चले पैनल सत्र निम्नलिखित पर केन्द्रित थे:
- बीमा का भविष्य,
- पर्यावरण अनुकूल अवस्थापना में वित्तपोषण के लिए अवसर,
- वित्तीय सेवाओं में नवोन्मेष,
- तनावयुक्त परिसंपत्ति में निवेश,
- नवोन्मेष में निवेश,
- भारत के बढ़ते हुए अर्थव्यवस्था में अवसर
यू.के. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार सम्बन्ध विकसित करने के प्रति प्रतिबद्ध है। भारत पहले से ही यूरोपियन यूनियन से बाहर यू.के. का 11वाँ सबसे बड़ा निर्यात बाज़ार है और यू.के. में 7.5 बिलियन पौंड के वर्तमान निवेश के लिए उत्तरदायी है। द्विपक्षीय व्यापार का मूल्यांकन 20.5 बिलियन पौंड से अधिक प्रतिवर्ष के दर पर किया जाता है और पिछले वर्ष इसमें 14% की वृद्धि हुई जो भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि और दोनों देशों के लिए अवसरों की सम्भावना को प्रदर्शित करता है।
यू.के. वित्तीय व्यापार के बाज़ारों में दृढ़ता से स्थापित है और वैश्विक विदेश व्यापार विनिमय के 37% का भागीदार है। 2017 में वैश्विक माध्यमिक बाज़ार की कुल बिक्री के लगभग 39% के साथ, यह बॉन्डों के निर्गमन और व्यापार का एक वैश्विक केंद्र भी है।
ब्रिटेन विश्व अग्रणी वित्त केंद्र होने के नाते भारत की वित्तीय अवस्थापना को विकसित करने और पूंजी के वैश्विक स्रोतों क लाभ उठाने में एक सेह सहयोगी है।
लन्दन शहर के लार्ड मेयर; पीटर एस्टलिन ने कहा:
भारत दिवस यू.के. और भारत के संबंधों का एक उत्सव है और मैं प्रसन्न हूँ कि इसे लन्दन शहर में आयोजित किया जा रहा है।
यह सर्वोत्कृष्ट कार्यक्रम इस बात पर स्थित है की हम दोनों देश 20 बिलियन पौंड मूल्य के अपने द्विपक्षीय व्यापार को अगले स्तर तक कैसे लेकर जा सकते हैं। फिन्टेक, पर्यावरण अनुकूल वित्त, बीमा और आधारिक संरचना जैसे क्षेत्रों में निकट की भागेदारी दोनों पक्षों को लाभ पहुँचायेगा।
मैं सितम्बर में फिर से भारत की यात्रा करूँगा और इस कार्यक्रम की सफलता को आधार बनाने की आशा करता हूँ जिससे हम दोनों देशों के बीच संबंधों को और सुदृढ़ हो सकें।
दोनों राष्ट्र कई क्षेत्रों; ना केवल वित्त, बल्कि लन्दन शहर के प्रस्ताव पर वैश्विक व्यापार में प्राप्त होने वाले अवसरों का लाभ उठाने के लिए कार्य कर रहे हैं। कल (15 जुलाई), यू.के. और भारत के बीच 13वें संयुक्त आर्थिक और व्यापार समिति का भी आयोजन किया गया था। समिति के बैठक से पूर्व, यू.के. सरकार ने तीन मुख्य भारतीय प्रगति क्षेत्रों (पोल्ट्री, जई और सूअर के उत्पाद) में पहुँच बनाने के लिए नवीनीकृत बाज़ार को सुदृढ़ किया और चौथे (भेड़) क्षेत्र में निरंतर पहुँच बनाने के लिए बाज़ार को सक्षम बनाया। 2016 से 2018 के बीच, इन उत्पादों का भारतीय आयात 9.8 मिलियन पौंड प्रतिवर्ष तक पहुँच गया था।
दोनों सरकारों के बीच निकट सहयोग के लिए आभार! यू.के. इन आयात बाज़ारों तक अधिक सुगमता से पहुँच बनाने में सक्षम होगा जो औपचारिक मुक्त व्यापार समझौते के बाहर और अधिक प्रगति को दर्शाता है।
यू.के. ने यह भी घोषणा की वह भारत और यू.के. के संयुक्त कार्यकारी समूह को व्यापक बनाने के लिए नए क्षेत्रों को सम्मिलित करने के लिए के कार्य कर रहा है।
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पिछली बार अपडेट किया गया 16 July 2019 + show all updates
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Added quote from Lord Mayor of the City of London Peter Estlin
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