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ब्रिटेन-भारत के नए समझौते से कानूनी संबंधों में मजबूती आएगी

इस हफ्ते हस्ताक्षरित किए गए समझौते (एमओयू) के बाद ब्रिटेन और भारत के बीच कानून और न्याय के क्षेत्रों में संबंध और मजबूत हुए हैं।

यह 2016 to 2019 May Conservative government के तहत प्रकाशित किया गया था
UK-India MOU

द्विपक्षीय कार्यों को और मजबूत करने के लिए यूके के न्याय सचिव डेविड गौके और भारत के कानून, न्याय, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद लंदन में मिले।

एमओयू से दोनों देशों के बीच संबंधों को और बेहतर बनाने के साथ-साथ विधि-शासन, विवादों के समाधान, प्रशिक्षण और कानूनी सेवाओं के विनियमन जैसे क्षेत्रों में बेहतर सहयोग और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान के मार्ग को प्रशस्त करेगा। दोनों पक्ष दोनों देशों के लीगल प्रोफेशनल के सदस्यों के बीच नजदीकी सहयोग करने और संयुक्त सलाहकार समिति के गठन के लिए भी सहमत हुए।

न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा:

अपनी साझा सार्वजनिक कानूनी विरासत, मूल्यों और विधिक व्यवसायों के बीच घनिष्ठ संबंधों के साथ, कई क्षेत्रों में ब्रिटेन और भारत के सहयोग के लिए काफी संभावनाएं हैं।

हम भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर साझा दृष्टिकोण विकसित करने, दोनों देशों के बीच विशेषज्ञता को साझा करने और ब्रिटेन व भारत में कानूनी पेशेवरों के बीच जानकारियों के आदान-प्रदान के अवसरों को विकसित करने में मदद करने के लिए तत्पर हैं।

मीडिया

मीडिया से संबंधित प्रश्नों के लिए संपर्क करें:

सैली हेडली, हेड ऑफ कम्युनिकेशन
प्रेस और कम्युनिकेशन, ब्रिटिश उच्चायोग,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली 110021
टेलीफोन: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें: असद मिर्ज़ा

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प्रकाशित 12 July 2018