संस्कृति मंत्री द्वारा भारतीय सांस्कृतिक विनिमय कोष की घोषणा
संस्कृति मंत्री साजिद जाविद ने भारत और ब्रिटेन के लोगों के बीच एक रचनात्मक संपर्क निर्माण हेतु 1.5 मिलियन पाउंड के नए लॉटरी कोष की घोषणा की।
नई दिल्ली में बोलते हुए, संस्कृति मंत्री साजिद जाविद ने अंग्रेज कलाकार तथा कला संगठनों को अपने भारतीय समकक्षों के साथ सहभागिता तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान विकसित करने के अवसर प्रदान करने के लिए नए कोष की घोषणा की। इस योजना को ब्रिटिश काउंसिल तथा आर्ट्स काउंसिल ब्रिटेन द्वारा संचालित किया जाएगा।
इस योजना के तहत इन प्रॉजेक्टों के लिए 15,000-100,000 पाउंड तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जो होंगे:
- रचनात्मक सहभागिता को बढ़ावा देना
- कला शैली और गतिविधियों की श्रेणी में ब्रिटिश तथा भारतीय श्रेष्ठ कलाकृतियों का प्रदर्शन
- ब्रिटेन के मुख्य शहरों तथा भारत के महानगरीय क्षेत्रों से परे तक पहुंचना
- ब्रिटेन के प्रवासी समुदाय के साथ अंग्रेज तथा भारतीय कलाकारों को संबद्ध करना
- कौशल निर्मित करना तथा वास्तविक रूप से प्रभाव डालना
- डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल
जनवरी 2015 से संगठनों द्वारा नई कल्पनाओं के विकास तथा काम करने के लिए विभिन्न साझेदारियों तथा पद्धतियों की खोज के लिए अल्प राशियों, अथवा उन प्रॉजेक्टों की कल्पनाओं को साकार करने तथा लक्ष्यों को पाने के लिए बड़ी धनराशियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। 2016 में वित्तीय सहायता का द्वितीय चरण होगा, और भारत की स्वतंत्रता की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 2017 के दौरान गतिविधियों के चरम पर पहुंचने की संभावना है।
15 लाख पाउंड के इस निवेश के अतिरिक्त, ब्रिटिश काउंसिल उन कला-कार्यक्रमों के पुनर्गठन के लिए 50 लाख पाउंड व्यय करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो 2013-2017 के दौरान चल रहे हैं।
अपने भारत दौरे के क्रम में, ब्रिटेन के संस्कृति मंत्री साजिद जाविद ने कहा:
यह एक उत्कृष्ट प्रॉजेक्ट है, न केवल इसलिए कि इसके तहत रचनात्मक संपर्क बनते हैं, बल्कि इसलिए भी कि यह समाज के ऐसे कलाकारों तथा दर्शकों-श्रोताओं तक पहुंचता है, जो प्रायः उपेक्षित रह जाते हैं, किंतु संस्कृति के लिए उनका जुनून उतना ही जोशीला है, जितना कि बड़े शहरों में रहनेवाले दर्शकों में होता है। यह कोष रचनात्मक सहभागिताओं को बढावा देगा तथा कलाशैलियों और गतिविधियों की श्रेणियों में विस्तृत ब्रिटिश तथा भारतीय कलाकारों की श्रेष्ठ कलाओं को प्रदर्शन का मंच प्रदान करेगा, और मैं आशा करता हूं कि इस पंच-वर्षीय कार्यक्रम के फल भविष्य में काफी दिनों तक फलते-फूलते रहेंगे।
ब्रिटिश काउंसिल के कला निदेशक, ग्राहम शेफील्ड ने कहा:
ब्रिटिश काउंसिल को आर्ट काउंसिल इंग्लैंड के साथ मिलकर काम करते हुए, भारत और ब्रिटेन के बीच इस नए कला-संबंधी सहयोग का अवसर उपलब्ध कराने की खुशी हो रही है। हमारे दोनों देशों में जीवंत सृजनात्मक क्षेत्र मौजूद हैं, और हम आशा करते हैं कि हमारे जारी पुनर्गठन कार्यक्रम के साथ इन वित्तीय सहायताओं से, हमारे दोनों देशों के कलाकारों, संस्थाओं तथा व्यवसायों के बीच नए संपर्कों को बढ़ावा मिलेगा।
चेयर आर्ट काउंसिल इंग्लैंड के अध्यक्ष सर पीटर बेजालगेट का कहना है:
यह कार्यक्रम कलाकारों और सांस्कृतिक संगठनों के लिए विचारों और प्रेरणाओं का आदान-प्रदान करने और साथ मिलकर नए कार्य के सृजन के लिए एक रोमांचक सुअवसर है। इससे न केवल इसमें शामिल व्यक्तिगत कलाकारों को बल्कि यहां के और विदेशों के दर्शकों को भी अवसर प्राप्त होगा – हम सभी हमारे समृद्ध रचनात्मक क्षेत्र में आने वाले इन सांस्कृतिक आदान-प्रदानों का लाभ अवश्य देखेंगे।