'सेमीकंडक्टर डिजायन के मामले में दुनिया में अग्रणी ब्रिटेन'
ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त इयान फेल्टन ने आज बैंगलोर में इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजायन एंड मैन्युफैक्चरिंग के एक कार्यक्रम में अपने उद्गार व्यक्त किए।
इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर असोसिएशन (आईईएसए) ने अपना नौवां मुख्य वार्षिक कार्यक्रम, आई ई एस ए विजन समिट का आयोजन 3 फरवरी 2014 को बंगलौर में किया। आई ई एस ए इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजायन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम) का भारत में प्रमुख निकाय है।
इस साल के विजन समिट 2014 का मुख्य विषय है भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण की गाथा पर एक नजर: ‘उपभोग से निर्माण की ओर’। इंडस्ट्री के चिंतकों की महत्वपूर्ण व्याख्यानों तथा पैनल परिचर्चाओं सहित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में भारत में ईएसडीएम क्षेत्र के उपभोग, उत्पाद का आविष्कार और विनिर्माण जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
बैंगलोर के आई ई एस ए विजन समिट में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त इयन फेल्टन ने कहा:
ब्रिटेन दुनिया में सेमीकंडक्टर के डिजायन में अव्वल है। दुनिया की 25 अग्रणी सेमीकंडक्टर कंपनियों में 17 कंपनियां अपने डिजायन और विकास का काम ब्रिटेन में करती हैं। इस क्षमता के हासिल होने के पीछे दो मुख्य कारक तत्व हैं- पहला, ब्रिटेन में दुनिया के अग्रणी इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय स्थापित हैं। दूसरा, फैबलेस (fabless) बिजनेस मॉडल का इस्तेमाल करना जिसमें सिलिकन वेफर के निर्माण की आउटसोर्सिंग के जरिए आविष्कारी कंपनियों के बाजार प्रवेश की लागत को कम करना जिससे बाजार में उनकी स्थिति मजबूत होती है और बड़ी संख्या में नए बिजनेस डिजायन सप्लाई की श्रृंखला में क्षमता हासिल करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा:
ब्रिटेन के जरिए यूरोप और बाकी विश्व में तीव्र गति और सरलता से प्रवेश पाया जा सकता है, ब्रिटेन में उपभोक्ता बाजार तक पहुंच अच्छी है, वितरण लागत कम है और साथ ही मौजूदा वैश्विक कंपनियों की ब्रिटेन में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
आई ई एस ए विजन समिट 2014 में उद्योग जगत के विशेषज्ञों, सरकारी अधिकारियों, योजनाकारों, नीतिनिर्मातों और व्यापार जगत के दिग्गजों को आमंत्रित किया गया है। भारतीय उद्योग को प्रभावित करने वाले रुझानों, चुनौतियों और अवसरों की तलाश करते हुए सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में वे अपने दृष्टिकोण और विचार प्रस्तुत करेंगे।
इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर असोसिएशन (आईईएसए) के अध्यक्ष संजीव केसर के शब्दों में:
एक ओर जहां भारत अपनी उपभोग क्षमता के लिए दुनिया भर में विख्यात है इलेक्ट्रॉनिक्स डिजायन और विनिर्माण क्षमताओं और लागत संरचनाओं के मामले में दुनिया के बदलते परिदृश्य के कारण भारत को निर्माण केन्द्र के रूप में देखा जाने लगा है। आई ई एस ए में, हम विजन समिट 2014 के मंच का इस्तेमाल भारत के उच्च मूल्य वर्धित इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परिदृश्य तथा इस चुनौती से निबटने में भारतीय ईएसडीएम क्षेत्र की तत्परता का निकट से अवलोकन करने के लिए कर रहे हैं।