यूके और भारत ने उच्च-स्तरीय वार्ता में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया
इस वार्ता में सर साइमन ने श्री विजय गोखले को औपचारिक रूप से हस्ताक्षरित सुधार पत्र सौंपे, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलाएंस की यूके की सदस्यता का उल्लेख किया गया।
विदेश सचिव श्री गोखले तथा विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय में तैनात स्थाई अवर सचिव सर साइमन मॅकडोनाल्ड ने इस सुबह नई दिल्ली में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के लिए विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) के परामर्श हेतु आपस में मुलाकात की।
इस वार्ता में अप्रैल 2018 में, प्रधान मंत्री श्री मोदी द्वारा राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन के लिए यूके के दौरे के बाद से प्रगति के 12 महीने को रेखांकित किया गया। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने तथा प्रधानमंत्री श्रीमती मे ने व्यापार तथा प्रौद्योगिकी, सुरक्षा तथा आपसी सहयोग के क्षेत्रों पर सहमति जताई थी।
पिछले साल इन दोनों देशों ने कुछ विशेष क्षेत्रों की पहचान की थी जिनमें अपनी बेहतरी के लिए वे साथ मिलकर काम कर सकते है, जैसे कि जलवायु मुद्दे पर लचीलेपन, आपदा राहत तथा विकास के मुद्दे पर वैश्विक सहयोग स्थापित करना। द्विपक्षीय व्यापार में 14% की वृद्धि हुई है और भारतीय छात्रों के लिए वीज़ा की संख्या में 35% का इजाफ़ा हुआ है।
इस बैठक के बाद सर साइमन ने कहा:
यूके-भारत संबंध भविष्य पर केंद्रित है: चाहे यह तकनीकी सहयोग हो, सुरक्षा सहयोग या आर्थिक संबंध हो, हमारा द्विपक्षीय सहयोग साझी समृद्धि के निर्माण तथा भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार किया गया है। राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन के बाद से प्रभावशाली प्रगति के 12 महीने बीत चुके हैं।
अगले दशक में, यूके तथा भारत सुरक्षा, विकास तथा अपनी धरती की रक्षा करने के मुद्दों पर अधिक केंद्रीय भागीदार बनकर उभरेंगे। मुझे इस बात का हर्ष है कि हम साथ मिलकर सहयोगियों के रूप में इन मुद्दों से निपट रहे हैं - और दुनिया में ‘अच्छाई की संयुक्त ताकत’ के रूप में अपने दोनों प्रधानमंत्रियों की इच्छा को बढ़ावा दे रहे हैं।
यूके तथा भारत एक अंतर्राष्ट्रीय नियम-आधारित प्रणाली के लिए एक समान महत्वाकांक्षा साझा करते हैं। इसी के तर्ज पर, एफसीओ परामर्श ने भी साइबर तथा समुद्री सुरक्षा पर, आतंकवाद से मुकालबा तथा अन्य क्षेत्रीय चुनौतियों के मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा दिया।
सर साइमन तथा श्री गोखले ने भी गहरे व्यवसाय, सांस्कृतिक तथा बौद्धिक सहयोग को प्रोत्साहित करने हेतु अपने-अपने प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ बनाया - ताकि करोड़ों लोग सीखने, यात्रा करने, व्यापार करने, साथ मिलकर सृजन कर आगे बढ़ने में सक्षम बन सकें।
अन्य जानकारी
परमानेंट अंडर सेक्रेटरी के रूप में, सर साइमन मॅकडोनाल्ड विदेश सचिव तथा विदेश नीति से जुड़ी मंत्रिमंडलीय टीम को सलाह देने तथा एफसीओ के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार हैं। वे यूके के सबसे वरिष्ठ राजनयिक और यूके डिप्लोमेटिक सर्विस के प्रमुख हैं।
इंटरनैशनल सोलर अलाएंस भारत सरकार की प्रमुख जलवायु संधि है और इसने 60 देशों को एक मंच के रूप में एक साथ खड़ा किया है; जिसके तहत सौर ऊर्जा से समृद्ध देशों के बीच एक सुरक्षित, सुविधाजनक, किफ़ायती, सहभागीपूर्ण तथा धारणीय तरीके से सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाता है। यूके ने पिछले माह लंदन में राष्ट्रमंडल सरकारों के प्रमुख की बैठकों में आइएसए के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की थी। यूके तथा आइएसए के बीच प्रस्तावित सहयोग में शामिल विषय हैं: सौर ऊर्जा के लिए वित्त प्रदान करना, अगली पीढ़ी की सौर तकनीकियों का विकास करना तथा आइएसए के उद्देश्यों को हासिल करने में मदद हेतु यूके के सौर-व्यवसाय विशेषज्ञता का लाभ उठाना।
अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री श्री मोदी तथा श्रीमती मे द्वारा जारी साझा बयान में ऐसे अहम क्षेत्रों का जिक्र किया गया था, जिसमें यूके तथा भारत साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र में शामिल है- यूके-भारत टेक भागीदारी, जिसकी घोषणा अप्रैल 2018 में की गई थी, जो व्यवसाय, वेंचर कैपिटल, विश्वविद्यालय तथा अन्य विषयों के बीच तालमेल स्थापित करती है, ताकि ब्रिटिश तथा भारतीय उद्यमियों व उद्योगों को बाजार तक पहुंचने का मार्ग हासिल हो सके।
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