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यूके एक्सपोर्ट फाइनेंस ने की पहले भारतीय प्रतिनिधि की नियुक्ति

दुनिया की सबसे पुरानी एक्सपर्ट क्रेडिट एजेंसी, यूके एक्सपोर्ट फाइनेंस (यूकेईएफ) ने भारत के लिए राहुल तभाने को कंट्री हेड नियुक्त किया है।

यह 2016 to 2019 May Conservative government के तहत प्रकाशित किया गया था
ECA

राहुल यूकेईएफ की जानकारी और यूके व भारत के व्यापारिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए ब्रिटेन के अन्य सरकारी विभागों और भारतीय समकक्षों के साथ काम करेंगे। उनकी नियुक्ति मुंबई के ब्रिटिश उप उच्चायोग में होगी।

भारत में यूकेईएफ कंट्री हेड के तौर पर कार्यभार संभालते पर, राहुल तभाने ने कहा:

मुझे यूके व भारत के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रत्यक्ष भूमिका निभाने और यूकेईएफ में शामिल होने पर खुशी हो रही है। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के विकास में यूके की विभिन्न क्षेत्रों की विशेषज्ञता, महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। मैं दोनों देशों के बीच नजदीकी सहयोग के परिणामों को देखने के लिए उत्सुक हूं।

राहुल भारत में यूकेईएफ के पहले प्रतिनिधि हैं। वह एक अनुभवी एक्सपोर्ट क्रेडिट और फाइनेंस प्रोफेशनल है जो 13 ग्लोबल एक्सपोर्ट क्रेडिट एजेंसियों से संबंधित एक्सपोर्ट क्रेडिट एजेंसी (ईसीए) ट्रांजेक्शन में शामिल रहे हैं।

यूकेईएफ में शामिल होने से पहले, राहुल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में काम किया है - जिसमें 20 बिलियन डॉलर से अधिक की डेट फाइनेंसिंग, ईसीए और इंटरनेशनल लेंडर्स के साथ रिलेशनशिप मैनेजमेंट और कंपनी की लॉन्ग-टर्म फॉरेन करेंसी डेट पोर्टिफोलिया का संचालन शामिल है। हाल ही में उन्होंने अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया में ग्राहकों के लिए दीर्घकालिक और प्रतिस्पर्धी ईसीए फाइनेसिंग सॉल्यूशन को बनाने के लिए यूरोपीय ईसीए सहित कई संगठनों के साथ सलाहकार के तौर पर काम किया है।

इस नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए, क्रिस्पिन साइमन, साउथ एशिया के लिए हर मेजेस्टी के ट्रेड कमिश्नर ने कहा:

यूकेईएफ दक्षिण एशिया के मार्केट शेयर में प्रतिस्पर्धा करने की हमारी क्षमता का डिफरेन्शिएटर है। एक्सपोर्ट क्रेडिट फाइनेंसिंग में उनकी पृष्ठभूमि और विशेषज्ञता के साथ राहुल की नियुक्ति हमारी क्षेत्रीय रणनीति के प्रमुख भाग में से एक है।

यूकेईएफ को रणनीतिक रूप से ब्रिटेन में व्यापार करने वाली भारतीय कंपनियों को कंपीटिटिव और इनोवेटिव फाइनेंस प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया है। ब्रिटिश सरकार भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसके लिए यूकेईएफ के पास भारत में निर्यात करने वाली ब्रिटेन की कंपनियों के साथ-साथ ब्रिटेन के सामान और सेवाओं के भारतीय खरीदारों के लिए 4 बिलियन पाउंड से अधिक का कैपिटल उपलब्ध है। यह रुपयों में लोन गारंटी भी प्रदान कर सकता है - जिससे यूके से वस्तुओं और सेवाओं के खरीदारों को ‘ब्रिटिश में खरीदने और स्थानीय भुगतान करने’ की फ्लेक्सिबिलिटी में मदद मिलती है।

आगे की जानकारी

1919 में स्थापित, यूकेईएफयूके सरकार की एक्सपोर्ट क्रेडिट एजेंसी है जो डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल ट्रेड के साथ उसकी स्ट्रेटेजी और ऑपरेशन के अभिन्न भाग के तौर पर काम करती है। यह दुनिया भर के खरीदारों के लिए फाइनेंसिंग के आकर्षक विकल्पों की पेशकश करके उन्हें यूके के सप्लायर्स के साथ वर्ल्ड ट्रेड में मदद करती है।

यूकेईएफ ने जिन क्षेत्रों के निर्यात में सहयोग किया है उनमें: इंफ्रास्ट्रक्चर, एयरोस्पेस, हेल्थकेयर, टेलीकम्युनिकेशन और ट्रांसपोर्ट शामिल हैं। इसके पास एक्सपोर्ट बिजनेस में मदद के लिए 24 एक्सपोर्ट फाइनेंस मैनेजर्स का रीजनल नेटवर्क है।

एक्सपोर्ट फाइनेंस मैनेजर का पता लगाएं।

यूकेईएफ द्वारा कई तरह के उत्पादों के एक्सपोर्टर्स का सहयोग किया जाता है जिसमें शामिल हैं:

  1. बॉन्ड इंश्योरेंस पॉलिसी
  2. बॉन्ड सपोर्ट स्कीम
  3. बायर्स और सप्लायर्स क्रेडिट फाइनेंसिंग की सुविधा
  4. डायरेक्ट लेंडिंग की सुविधा
  5. एक्सपोर्ट इंश्योरेंस पॉलिसी
  6. एक्सपोर्ट रिफाइनेंशिंग की सुविधा
  7. एक्सपोर्ट वर्किंग कैपिटल स्कीम
  8. क्रेडिट गारंटी स्कीम का लेटर

यूकेईएफ की कंट्री कवर पॉलिसी और इंडिकेटर्स से संबंधित सभी नवीनतम जानकारी यहाँ प्राप्त करें।

मीडिया

मीडिया से संबंधित प्रश्नों के लिए, कृपया संपर्क करें:

सैली हेडली, हेड ऑफ कम्युनिकेशन
प्रेस और कम्युनिकेशन, ब्रिटिश उच्चायोग,
चाणक्यपुरी नई दिल्ली 110021
टेलीफोन: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें: ईशान भटकोटी

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प्रकाशित 26 March 2019