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यूके ने वीजा धोखाधड़ी जागरूकता अभियान 'वीजा फ्रॉड तों बचो' शुरू किया

यूके ने भारतीय नागरिकों को वीजा धोखाधड़ी और अनियमित प्रवासन से होने वाले शारीरिक, वित्तीय और भावनात्मक जोखिमों से बचाने के लिए 'वीजा फ्रॉड तों बचो' अभियान शुरू किया है।

• अभियान पंजाब में वीजा धोखाधड़ी के तरीकों के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा, जिससे लोगों को शोषण, वित्तीय हानि और मानसिक तनाव से बचाने में मदद मिलेगी।
• यह यूके की यात्रा करने वालों को तथ्यों की जांच करने और सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित करेगा। वीज़ा आवेदन मार्गदर्शन gov.uk पर निःशुल्क उपलब्ध है और अब एक नए व्हाट्सएप सहायता लाइन के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है।

यूके सरकार ने आज [27 फरवरी] भारतीय नागरिकों को वीजा धोखाधड़ी और अनियमित प्रवासन से होने वाले शारीरिक, वित्तीय और भावनात्मक जोखिमों से बचाने के लिए ‘वीजा फ्रॉड तों बचो’ अभियान शुरू किया।

अभियान के तहत एक नई समर्पित व्हाट्सएप सहायता लाइन (+91 70652 51380) शुरू की गई है, जो अंग्रेज़ी और पंजाबी में उपलब्ध होगी। यह आम वीजा धोखाधड़ी की पहचान करने और यूके में कानूनी मार्गों से यात्रा करने के इच्छुक लोगों के लिए आधिकारिक मार्गदर्शन प्रदान करने में मदद करेगी।

यह अभियान लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू), जालंधर में लॉन्च किया गया, जिसमें एलपीयू के चांसलर और राज्यसभा सांसद, डॉ. अशोक कुमार मित्तल उपस्थित रहे।

व्हाट्सएप सहायता लाइन के साथ-साथ, यह अभियान वीजा धोखाधड़ी के चेतावनी संकेतों को उजागर करेगा। लोगों को आम झूठे दावों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी जाएगी, जैसे यूके में नौकरी का वादा, अंग्रेज़ी भाषा परीक्षा (आईईएलटीएस) की अनिवार्यता न होना, और अत्यधिक शुल्क वसूलना।

वीजा धोखाधड़ी अस्वीकार्य और अनावश्यक कर्ज़ का कारण बनती है और लोगों को शारीरिक जोखिम और शोषण के खतरे में डालती है। वीजा धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति पर यूके में यात्रा करने पर 10 साल का प्रतिबंध लगाया जा सकता है। गतिशीलता और प्रवासन साझेदारी समझौते के तहत, यूके और भारत अनियमित प्रवासन से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह अभियान अनियमित प्रवासन और वीजा धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करने के लिए संयुक्त प्रयास का हिस्सा है।

क्रिस्टीना स्कॉट, ब्रिटिश उप उच्चायुक्त, भारत ने कहा:

यूके में आने, पढ़ाई करने और काम करने के अवसर पहले से कहीं अधिक हैं, और भारतीय नागरिक यूके के वीज़ा और कार्य वीज़ा की सबसे बड़ी संख्या प्राप्त कर रहे हैं। हालांकि, युवाओं के सपनों का शोषण किया जा रहा है और बहुत से लोग वीजा धोखाधड़ी का शिकार बन रहे हैं। यही कारण है कि हम ‘वीजा फ्रॉड तों बचो’ अभियान शुरू कर रहे हैं। यह अभियान जोखिमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और यूके में सुरक्षित और कानूनी मार्गों की सटीक जानकारी प्रदान करने में मदद करेगा।

कैरोलाइन रोवेट, ब्रिटिश उप उच्चायुक्त, चंडीगढ़ ने कहा:

पंजाब अपने मेहनती और महत्वाकांक्षी लोगों के लिए जाना जाता है, जिन्होंने यूके और वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ये सपने सुरक्षित और कानूनी रूप से पूरे हों। हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे ‘वीजा फ्रॉड तों बचो’ संदेश को फैलाएं और धोखेबाज एजेंटों के चंगुल में फंसने से दूसरों को बचाने में मदद करें।

अधिक जानकारी

  • व्हाट्सएप सहायता लाइन अंग्रेज़ी और पंजाबी भाषा में +91 70652 51380 पर उपलब्ध है।

  • ‘वीजा फ्रॉड तों बचो’ अभियान के तहत, अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और चंडीगढ़ सहित आसपास के क्षेत्रों में जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, ताकि लोगों को वीज़ा आवेदन प्रक्रिया के दौरान संभावित धोखाधड़ी के बारे में सतर्क किया जा सके।

  • भारतीय नागरिक अब दुनिया भर में जारी किए गए कुल यूके वीज़ा का लगभग एक-चौथाई प्राप्त कर रहे हैं और इस वर्ष यूके द्वारा लगभग 10 लाख वीज़ा जारी किए जाने की उम्मीद है।

  • फरवरी ने यूके-भारत यंग प्रोफेशनल्स स्कीम के तीसरे वर्ष को भी चिह्नित किया है, जिसने दोनों देशों में इंटर्नशिप और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के अवसरों को बढ़ाया है।

मीडिया

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डेविड रसेल, संचार सलाहकार और प्रवक्ता,
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी,
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मीडिया प्रश्न: BHCMediaDelhi@fco.gov.uk

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प्रकाशित 27 फरवरी 2025