Bharat Joshi

जीवनी

भरत जोशी का जन्म श्राइडन, युनाइटेड किंगडम में 1969 में हुआ।

इन्होंने विदेश तथा राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) में 1995 में योगदान किया तथा जाम्बिया, ढाका और कतर में राजनयिक पदास्थापन पर रहे। वे अभी हाल में कैमरून के ब्रिटिश उच्चायुक्त ,तथा गैबोन, चाड, इक्वेटोरियल गिनी और मध्य अफ्रीकी गणराज्य के अनिवासी राजदूत थे।

इससे पहले इन्होंने दो ब्रिटिश मंत्रियों के निजी सचिव के रूप में काम किया, तथा एफसीओ के यूरोपीय संघ विभाग एवं प्रेस-कार्यालय सहित अनेक विभागों में भी कार्यरत रहे।

श्री भरत को आपदा-प्रबंधन का अनुभव रहा है, और इन्होंने ब्रिटिश नागरिकों से जुड़ी घटनाओं में इसका इस्तेमाल भी किया है; विशेष रूप से 2003 में इस्तांबुल के ब्रिटिश कोंसुलेट-जनरल (महावाणिज्य दूत) पर बम-हमले जैसी गंभीर घटनाओं के बाद के परिदृश्य में।

श्री भरत का बहुआयामी करियर एचएमजी के उद्देश्यों के पूर्ण विस्तार के साथ काम करते हुए बीता है, जिसमें इन्होंने राजनैतिक तथा आर्थिक सुधारों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ, मानवाधिकार, व्यापार के माध्यम से ब्रिटेन की समृद्धि, जलवायु-परिवर्तन तथा सं.रा. के नीतिगत मुद्दों को बढ़ावा दिया है। चेन्नई में इनके इस कार्यकाल का एक मुख्य भाग एक तरफ ब्रिटेन के व्यापार और निवेश गठबंधनों के प्रोत्साहन पर, दूसरी ओर तमिलनाडु, केरल और पांडिचेरी पर केंद्रित है।

व्यक्तिगत जानकारी:

17 साल पहले श्री भरत का विवाह सुश्री भक्ति के साथ संपन्न हुआ और उनकी २ बेटियाँ हैं। उनकी रुचि क्रिकेट, बैडमिंटन, इतिहास, पढ़ाई और यात्रा में है।

भरत अंग्रेजी, फ्रेंच, गुजराती, हिन्दी और स्पेनिश बोलते हैं और वह तमिल बोलना सीख रहे हैं।