जी 20 शिखर सम्मेलन: पीएम का कॉमंस वक्तव्य- 7 सितंबर 2016
प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने चीन में हाल ही में संपन्न हुए जी 20 शिखर सम्मेलन तथा दुनिया में ब्रिटेन द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में संसद में बयान दिया।
अध्यक्ष महोदय, आपकी अनुमति से मैं चीन में संपन्न हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बारे में कुछ कहना चाहूंगी। लेकिन जी20 पर बोलने से पहले मैं ब्रेक्जिट की प्रगति के बारे में कुछ कहना चाहती हूं।
23 जून को ब्रिटिश लोगों से कहा गया था कि वे ईयू में रहने या उसे छोड़ने के बारे में अपना मत प्रकट करें। बहुमत ने छोड़ने के पक्ष में मत दिए। अब हमारा काम है ब्रिटिश लोगों की इच्छा को पूरा करना और अपने देश के लिए सर्वसंभव हित का सौदा करना।
और मैं जानती हूं कि बहुत से लोग तेज प्रगति देखना चाहते हैं और यह बात समझते हैं कि ब्रेक्जिट के बाद का ब्रिटेन कैसा होगा। हम उस महत्वपूर्ण काम में लगे हैं। लेकिन हमें इस मुद्दे के बारे में समुचित प्रकार से सोचना होगा। जैसा कि मैंने कहा कि सौदा ऐसा करना है जो ब्रिटेन के लिए महत्वाकांक्षी और साहसपूर्ण हो। नॉर्वे मॉडल या स्विस मॉडल या किसी अन्य देश के मॉडल की बात नहीं है- यह है हमारा अपना ब्रिटिश मॉडल विकसित करने की बात।
इसलिए हम तब तक फैसला नहीं करेंगे जब तक कि हम तैयार नहीं हो जाते। हम अपना पत्ता समय से पहले नहीं खोलेंगे और वार्ता के हर चरण के बारे में भी हम बताते नहीं रहेंगे। और मेरा मानना है कि ऐसा करना किसी भी बड़े और परिपक्व वार्ता के लिए ठीक नहीं जिससे देश के लोगों को बड़ा फायदा होने वाला हो। और जैसा कि यूरोपियन यूनियन छोड़ने के मामलों के मंत्री महोदय ने सोमवार को सदन में बताया, जो हम करेंगे वह होगा ब्रेक्जिट से अधिकाधिक फायदे हासिल करना। जी20 शिखर सम्मेलन के बारे में भी मेरा यही रुख है।
ईयू छोड़ने के ब्रिटेन के फैसले के बाद यह पहली बार है जब दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां एक साथ आईं और इसमें हमारे द्वारा दुनिया में एक साहसी, महत्वाकांक्षी और बाह्योन्मुखी देश के रूप में निभाई जाने वाली भूमिका प्रदर्शित हुई।
अपनी खुद की शक्ति का विकास करने वाले एक महान व्यापारिक देश के रूप में हम इस बारे में स्पष्ट रहे कि हमें संरक्षणवाद की दिशा में जाने वाले रुझान का विरोध करना है और हमने इस बारे में बताया कि दुनिया के प्रमुख साझेदारों के साथ हम नए द्विपक्षीय व्यापार समझौतों के संभावना तलाशने पर काम करेंगे।
हमने वैश्वीकरण विरोधी भावनाओं के प्रत्युत्तर में महत्वपूर्ण चर्चाओं की शुरुआत की और यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं सबके हित में काम करें। आतंकवाद और अप्रवासन की वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ काम करते हुए हमने अपनी भूमिना निभाना जारी रखा है।
अब मैं एक-एक मुद्दे के बारे में बताती हूं।
व्यापार
अध्यक्ष महोदय, दुनिया भर में अपने साझेदारों के साथ व्यवसाय करना अतीत में हमारी समृद्धि का आधार रहा है - और यह भविष्य में भी हमारी समृद्धि को बल प्रदान करेगा।
इसलिए मेरे नेतृत्व में, जब हमने ईयू छोड़ दिया है, ब्रिटेन मुक्त व्यापार में वैश्विक नेता का अपना स्थान बनाए रखने की कोशिश करेगा। इस शिखर सम्मेलन में, हमने कमसे कम 2018 के अंत तक के लिए संरक्षणवादी उपायों को फिर से अपनाए जाने की संभावना को मुल्तवी रखने के एक विशेष समझौते सहित जी20 के सभी देशों के बीच संरक्षणवादी विचारों पर लौटने का विरोध करते हुए व्यापक सहमति कायम करने में सफलता पाई।
जी20 ने इस साल के अंत तक अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पार माल के आने-जाने की लागत और बाधाओं को कम करने के डब्ल्यूटीओ समझौते की पुष्टि करने की भी प्रतिबद्धता जाहिर की है। और यह सभी आकारों के फर्मों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन देने के लिए सहमत है, खास कर SMEs और महिला-नेतृत्व वाले फर्मों को ताकि वैश्विक सप्लाई चेन का अधिकाधिक लाभ उठाया जा सके।
ब्रिटेन ने एक महत्वाकांक्षी ईयू व्यापार एजेंडे को आगे बढ़ाना भी जारी रखा है जिसमें शामिल है ईयू-कनाडा डील और जापान तथा अमेरिका के साथ समझौते करना। और हम ये तर्क-वितर्क तब तक करते रहे तब तक हम ईयू के सदस्य रहे। लेकिन, जब हमने ईयू छोड़ दिया है, तो अब हम अपने खुद के व्यापार समझौते करेंगे। और मुझे खुशी है यह कहते हुए कि जैसे यूके ईयू छोड़ने के कारण मिलने वाले अवसरों का लाभ उठाने को इच्छुक है, उसी तरह हमारे अनेक वैश्विक साझेदार हैं जिनके लिए ब्रिटेन के साथ व्यापार करना आकर्षक लगता है।
भारत, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर के लीडर्स ने कहा है कि हम देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने की बातचीत का स्वागत करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई वाणिज्य मंत्री ने यूके-ऑस्ट्रेलिया व्यापार समझौते की रूपरेखा पर अन्वेषणात्मक चर्चा में भाग लेने के लिए कल ब्रिटेन का दौरा किया। और सम्मेलन के अंत में राष्ट्रपति झी ने यह स्पष्ट किया कि चीन ब्रिटेन के साथ एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा का स्वागत करेगा।
अध्यक्ष महोदय, जितना अधिक हम दुनिया भर में मुक्त व्यापार करेंगे उतना ही अधिक हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह लोगों के लिए अपने द्वारा सृजित अवसरों के जरिए सही मायने में फायदेमंद हो।
ऐसी अर्थव्यवस्था जो सबके लिए कारगर हो
आज दुनिया भर में बहुतों को लगता है कि ये अवसर उनके लिए नहीं हैं। उन्हें अपने जीवन पर कम नियंत्रण महसूस होता है। उनके पास नौकरी तो है लेकिन नौकरी की सुरक्षा नहीं; उनके पास घर है लेकिन उन्हें गिरवी रखकर लिए कर्जे चुकाने की चिंता है। वे किसी तरह सबकुछ चला तो लेते हैं लेकिन उनके लिए जीवन बहुत कठिन होता है। और सरकारों के लिए उनका अहस्तक्षेपी रवैया ही केवल पर्याप्त नहीं होता।
इसलिए इस सम्मेलन में मैंने इस बात पर बल दिया कि हमें ऐसी अर्थव्यवस्था चलानी होगी जो सबके लिए कारगर हो- जिसे घरेलू स्तर पर साहसिक और बाहर सहयोगी होना चाहिए। यही कारण है कि ब्रिटेन में हम विकसित कर रहे हैं एक समुचित औद्योगिक नीति जिससे देश के हर हिस्से में उत्पादकता में सुधार आएगा और वास्तविक उच्च वेतन तथा युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसरों के साथ अधिक से अधिक लोगों को हमारी राष्ट्रीय समृद्धि का लाभ मिलेगा।
और उच्च स्तरीय निष्पक्षता के लिए हम नए उपायों पर विचार कर रहे हैं जिससे कॉरपोरेट जवाबदेही को सुनिश्चित किया जा सकेगा। इनमें शामिल हैं अत्यधिक कॉरपोरेट भुगतान, कमजोर कॉरपोरेट प्रबंधन, अल्पकालिकता तथा कर को नजरअंदाज करने की जबरदस्त प्रवृत्ति जैसी बातों पर लगाम कसना और कर्मचारियों तथा ग्राहकों को कंपनी के बोर्ड में प्रतिनिधित्व देना। जी20 सम्मेलन में सबके लिए कारगर अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करने के इस अभियान को दुनिया के अन्य नेताओं का समर्थन हासिल हुआ और यह ऐसा विषय है जिसमें ब्रिटेन आने वाले महीनों और सालों में अग्रणी होगा।
साथ मिलकर हम इस बात पर सहमत हुए कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम लंदन समिट की ओर बढ़ेंगे – तथा कर वंचना के खिलाफ कड़े कदम उठाएंगे, जिसमें शामिल है कंपनी द्वारा कर से बचने के लिए अपने लाभ को एक न्यायक्षेत्र से निकाल कर दूसरे में स्थानांतरित करने की होशियारी पर रोक।
हम इस बात पर भी सहमत हुए कि इस्पात बाजार सहित दुनिया के भारी उद्योगों में जरूरत से अधिक उत्पादन के कारणों को भी दूर करेंगे। बाजार को बिगाड़ने में योगदान देने वाले आर्थिक अनुदानों जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हम एक नया फोरम भी बनाएंगे।
अध्यक्ष महोदय, यदि हमें वैश्विक संवृद्धि के आधार तत्व मुक्त व्यापार और खुली अर्थव्यवस्था को जारी रखना है तो इन सभी कदमों का उठाया जाना महत्वपूर्ण है।
आतंकवाद और अप्रवासन
वैश्विक सुरक्षा के लिए ब्रिटेन डाएश के विरुद्ध संघर्ष में हमेशा आगे रहा है और इस सम्मेलन में हमने सीरिया, इराक और लीबिया तक फैले विदेशी लड़ाकों के खतरे से निबटने के लिए जोरदार योजनाओं की जरूरत पर चर्चा की।
सभी आतंकी संगठनों के आर्थिक स्रोतों को बंद करने के लिए सं.रा. प्रतिबंध नियम को समुचित रूप से लागू करने तथा उड्डयन सुरक्षा के मानदंड में सुधार लाने के लिए अधिक कारगर उपाय करने का आह्वान किया जिसमें सं.रा. सुरक्षा परिषद का वह प्रस्ताव शामिल है जिसके लिए ब्रिटेन प्रयासरत रहा है और उम्मीद है कि यह इस महीने लागू हो जाएगा।
हम आतंकवाद का पोषण करने वाली विचारधारा से भी निबटने की जरूरत पर सहमत हुए। इसका अर्थ है हिंसक और अहिंसक दोनों प्रकार के अतिवाद का मुकाबला करना तथा ऑनलाइन तरीके से सीमाओं के पार अतिवाद से निबटना। आप्रवासन समस्या के संदर्भ में ब्रिटेन दुनिया के सबसे गरीब लोगों के लिए अपना वायदा निभाना जारी रखेगा जिसमें शरणार्थियों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराना शामिल है और हम आगे न्यू यॉर्क में राष्ट्रपति ओबामा के समिट में इस महीने के अंत में कुछ पर प्रतिबद्धताएं अपनाएंगे।
लेकिन जी20 में, मैंने इस बात पर बल दिया कि हम अवैध आप्रवासन से निबटने के मुद्दे से हटना नहीं होगा और मैं इस मुद्दे को सं.रा. महासभा में भी उठाउंगी। शरणार्थियों और आर्थिक आप्रवासियों में फर्क करने के तरीके को हमें सुधारना होगा। इससे हमारी अर्थव्यवस्था को नियंत्रित आर्थिक आप्रवासन से लाभान्वित होने में सक्षमता हासिल होगी और ऐसा करते हुए हम जरूरतमंद शरणारियों को और ज्यादा मदद कर पाएंगे तथा ऐसा करने के लिए हमें लोगों का अधिक समर्थन प्राप्त होगा।
इससे केवल हमारे लोगों को ही सुरक्षा नहीं मिलेगी। विशाल पैमाने पर जनसंख्या के गमन की संभावना कम कर तथा साथ ही स्रोत पर ही व्यापक आप्रवासन के लिए जिम्मेदार कारकों से निबटने हेतु निवेश करते हुए हम आप्रवासियों के लिए बेहतर परिणाम हासिल कर सकते हैं।
इस नए नजरिए के अंग के रूप में हमें एक अधिक संकेंद्रित प्रयास की जरूरत है जो लोगों को आधुनिक दासता से छुटकारा दिलाए। प्रायः अवैध आप्रवासन कराने वाले आपराधिक नेटवर्क का इस्तेमाल कर यह रुग्ण व्यापार हमारी मनुष्यता को चुनौती है और मैं चाहती हूं कि इसका खत्म करने के लिए ब्रिटेन अंतर्राष्ट्रीय प्रयास की अगुवाई करे।
निष्कर्ष
अध्यक्ष महोदय, ब्रिटेन के लोगों का यूरोपीय संघ से निकलने का मत यूरोप छोड़ने, अंतर्मुखी हो जाने या जी20 से बाहर हो जाने या दुनिया में हमारे अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों का साथ छोड़ने का मत नहीं था। ऐसा करना कभी भी ब्रिटिश तरीका नहीं होगा। हमने हमेशा यह समझा है कि एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में हमारी सफलता अनिवार्य रूप से दूसरे देशों के साथ हमारे व्यापार और हमारे सहयोग से जुड़ा है।
मौजूदा साझेदारियों को मजबूत कर, नए संबंध बनाकार और एक महत्वाकांक्षी वैश्विक भूमिका अपनाकर हम ब्रेक्जिट को ब्रिटेन और हमारे साझेदार देशों के लिए सफल बनाएंगे और आने वाली पीढ़ियों तक अपने सभी नागरिकों की समृद्धि और सुरक्षा को सुदृढ़ करना जारी रखेंगे।
मैं अपना यह वक्तव्य सदन को समर्पित करती हूं।