'भारत के स्मार्ट सिटी बाजार में ब्रिटेन के लिए के अवसर’
इनवेस्ट कर्नाटक 2016 के अवसर पर बंगलुरु में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त डॉमिनिक मैकएलिस्टर के भाषण का लिप्यंतरण।
मुझे बेहद खुशी है कि ब्रिटेन “इनवेस्ट कर्नाटक” में 7 सहभागी देशों में से एक के रूप में भाग ले रहा है।
मैं डॉमिनिक मैकएलिस्टर हूं, बंगलुरु में नया ब्रिटिश उप उच्चायुक्त। यहां ब्रिटिश उप उच्चायोग राज्य सरकार, व्यावसायिक समुदाय तथा नागरिक समाज के साथ मिलकर ब्रिटेन तथा भारत दोनों की समृद्धि के लिए कार्य करता है।
यूके कंट्री सेशन में आज हम स्मार्ट सिटी पर चर्चा करेंगे।
अपनी विश्वस्तरीय परामर्श, परियोजना प्रबंधन तथा अभियंत्रण कौशल के साथ ब्रिटिश कंपनियां इन नए शहरों के नियोजन, डिजाइन तथा निर्माण में सहायता प्रदान करने के लिए बेहद उपयुक्त स्थिति में हैं।
सितंबर 2015 में, व्यापार तथा निवेश हेतु केंद्रीय मंत्री, लॉर्ड फ्रांसिस मूड ऑफ हॉर्शम ने ‘इंडिया’ज स्मार्ट सिटी प्रोग्राम- द यूके ऑफर टू बिल्ड टूगेदर’ प्रस्तुत किया था। यह रिपोर्ट, जिसे यूके ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट (यूकेटीआई) इंडिया द्वारा अर्नेस्ट & यंग के द्वारा तैयार कराया गया था, में भारत में 100 स्मार्ट सिटी के निर्माण की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना के अनुरूप ब्रिटिश तथा भारतीय दोनों देशों की कंपनियों के लिए संभावित अवसरों की पहचान की गई है।
ब्रिटिश कंपनियों को भारत में यह प्रदर्शित करने की आवश्यकता है कि उन्हें भारत की जरूरतों की अच्छी समझ है और उनके पास प्रस्ताव के अनुसार अपेक्षित क्षमता मौजूद है। भारतीय स्मार्ट सिटी में वर्तमान कौशल अंतराल के विरुद्ध ब्रिटेन की क्षमताओं के एक विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि, यहां ब्रिटिश कंपनियों के लिए भारतीय स्मार्ट सिटी बाजार से जुड़ने के लिए काफी अधिक विशिष्ट अवसर मौजूद हैं।
कर्नाटक के शहरों बंगलुरु तथा दावणगेरे को हाल ही में भारतीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जारी 20 भारतीय शहरों की सूची में स्थान दिया गया है। ब्रिटिश सरकार को उम्मीद है कि इन सिटी परियोजनाओं को आगे विकसित करने तथा कर्नाटक में अधिक विस्तृत रूप से स्मार्ट सिटी प्रयासों के लिए हम कर्नाटक सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के यूके के हालिया दौरे के दौरान उन्होंने भारत/ब्रिटेन संबंधों को सफल सहभागिताओं के सृजन में “एक अपराजेय संयोजन” कहकर संबोधित किया था, जो दोनों देशों के लिए प्रचुर लाभदायक हो सकता है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है, ‘टीम इंडिया, टीम यूके- हम साथ मिलकर एक विजेता संयोजन हैं’। ब्रिटेन भारत के साथ एक सुदृढ़, विस्तृत तथा गहन सहभागिता का इच्छुक है, जो खासतौर पर कर्नाटक जैसे राज्यों की अगुवाई में हो। मैं इस यूके देश सेमिनार के लिए हर तरह से सफल होने की कामना करता हूं।