'हम कर्नाटक की महत्वाकांक्षाओं को यूके के हितों के साथ जोड़ना चाहते हैं'
बेंगलुरु में 24 मई 2017 को महारानी की जन्मदिवस पार्टी (क्यूबीपी) में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त बेंगलुरु डोमिनिक मैकेलिस्टर द्वारा दिए गए अभिभाषण के अंश।
मिली जुली भावनाओं के साथ मैं आज रात यहां आपका स्वागत करता हूं। हम अपनी महामहिम के 91 वें जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए एकत्र हुए हैं, लेकिन सोमवार की रात मैनचेस्टर में हुई भयानक घटना के बाद हमारी संवेदनाएं मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों और दोस्तों के साथ हैं। यह युवाओं और बच्चों जैसे सॉफ्ट टार्गेट पर किया गया क्रूर हमला था। ऐसी घटनाएं तब प्रभावी होती हैं जब वह हमारे जीने के तरीके को बदल दें। इस वजह से मैंने हमारी महारानी के सम्मान में आयोजित आज रात के अपने कार्यक्रम को जारी रखने और हमें नुकसान पहुंचाने की इच्छा रखने वालों के खिलाफ खड़े होने के संकल्प का फैसला किया है। क्या मैं इस हमले के शिकार हुए लोगों के सम्मान में एक मिनट के मौन का अनुरोध कर सकता हूं?
आज रात के इस कार्यक्रम में हमारे साथ कर्नाटक सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर बड़े और मध्यम उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर मंत्री आर वी देशपांडे शामिल हो रहे हैं। मंत्री देशपांडे ने पूरे वर्ष कई कार्यक्रमों में ब्रिटेन-कर्नाटक के संबंधो को नई ऊंचाई दी है। मुझे इस बात की खुशी है कि वह आज रात फिर हमसे जुड़ रहे हैं।
जैसा कि आप में से कई लोग जानते हैं की शाही महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के दो जन्मदिन हैं, अप्रैल में उनका वास्तविक जन्मदिन है और जून में उनका आधिकारिक जन्मदिन है। कर्नाटक में कोई महीना बाहरी कार्यक्रम के लिए अनुकूल नहीं है। हमने आज का चयन इसी उम्मीद से किया है कि मौसम मेहरबान रहेगा। दुर्भाग्य से लगता है कि कर्नाटक में जलवायु परिवर्तन हमसे बेहतर साबित हो रहा है.
आज रात मैं तीन क्षेत्रों पर फोकस करना चाहता हूं:
- मैं महारानी को उनके 91वें जन्मदिन पर सम्मानित करना चाहता हूं
- मैं आपके साथ यूके-कर्नाटक साझेदारी के एक साल की मुख्य उपलब्धियों को साझा करना चाहता हूं
- मैं यूके-भारत के बीच यादगार संस्कृति वर्ष की उम्मीद करूँगा।
महारानी
फरवरी में, शाही महारानी से अपने देश और राष्ट्रमंडल के लिए 65 साल की सेवा की याद में अपनी सैफाइअर जुबली मनाई थी। सैफाइअर स्टोन को ज्ञान, गुण, सौभाग्य और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इसे ‘रॉयल’ स्टोन कहा जाता है। इससे हमें ‘रॉयल ब्लू’ रंग मिलता है जिसे आज रात आप में से कई लोगों ने पहना हुआ है। हमारी महारानी के लिए इससे बेहतर मील का पत्थर नहीं हो सकता ।
महारानी ने 3 बार भारत का दौरा किया है। उनकी पहली यात्रा 1961 में हुई थी जब उन्होंने बेंगलुरु और लाल बाग गार्डन का दौरा किया था। 1983 में वह कॉमनवेल्थ के प्रमुख सरकारों की बैठक के लिए वापस आईं थी, और फिर वे 1997 में आईं । वैश्विक मामलों और वैश्विक नेताओं के साथ उनका अनुभव बेजोड़ है। हालांकि उनकी सफ़लता की वजह मिलने वाले लोगों के साथ की जाने वाली उनकी सीधी बातचीत और शाही कर्तव्यों को दिया जाने वाला महत्व है।
हमारे द्वारा उनके पति प्रिंस फिलिप का भी सम्मान किया जा रहा है जिनका उनकी भूमिका में काफी सहयोग रहा है। मार्च में, प्रिंस फिलिप ने 95 वर्ष की उम्र में सार्वजनिक कर्तव्यों से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी। प्रिंस फिलिप ने अपने अदम्य तरीके से कहा था कि वह ‘पद छोड़ रहे हैं लेकिन बैठ नहीं रहे हैं’।
यूके-कर्नाटक साझेदारी के एक वर्ष:
मैं अब यूके-कर्नाटक साझेदारी के एक वर्ष पर आना चाहता हूं। संक्षेप में कहा जाए तो यह वर्ष काफी ‘दिलचस्प’ रहा है। 2016 में हमारी क्वीन की बर्थडे पार्टी (क्यूबीपी) के दो हफ्ते बाद ब्रिटेन में चुनाव का समय आ गया, जिसमें उन्हें इस बात का निर्णय लेना था कि वे यूरोपीय संघ को छोड़ना चाहते हैं या नहीं। आप सभी को उस चुनाव के नतीजे मालूम हैं। उस निर्णय ने ब्रिटेन के लिए एक ऐसी दिशा तय कर दी है जिसकी मंजिल अभी भी अस्पष्ट है।
ब्रेक्जिट के साथ चुनौतियां तो हैं लेकिन इसमें नए अवसर भी हैं जिसमें यूके को दुनिया में खुद के लिए एक नई भूमिका निभानी है। इससे भारत के साथ एक नए रिश्ते के लिए अवसर भी पैदा हुए हैं। यूके के नए प्रधानमंत्री का यूरोप के बाहर अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर भारत का दौरा करना महज संयोग नहीं था। नवंबर में, थेरेसा ने बेंगलुरु के लिए उड़ान भरने से पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता की थी। बेंगलुरु क्यों? यह भविष्य के भारत का शहर, इनोवेटिव हब और भारत का स्टार्ट अप कैपिटल है। यह ब्रिटेन की 100 से अधिक कंपनियों का घर है, जिन्होंने देश के अपने संचालन के लिए कर्नाटक को आधार बनाया है - मुझे इस बात की खुशी है कि आप में से बहुत से लोग आज रात के कार्यक्रम में हमारे साथ शामिल हुए हैं।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों का दायरा ब्रिटेन के हितों की सीमा को दर्शाता है। यूके और कर्नाटक के बीच व्यापार और निवेश पर चर्चा करने के लिए उन्होने मुख्य मंत्री सिद्दारमैया से मुलाकात की और उसके बाद वे ब्रिटेन और भारतीय कंपनियों से मिलीं। शिक्षा के क्षेत्र में स्टेम स्किल और महिलाओं के लिए नए करियर के बारे में जानने के लिए उन्होंने एक सरकारी स्कूल का दौरा किया। अपने करीबी रक्षा सम्बन्ध को उजागर करते हुए उन्होंने छात्रों के साथ एक भारतीय वायु सेना के फ्लाईपास्ट का स्वागत किया। उन्होंने पिन्या में आधुनिक निर्माण के इनोवेटिव यूके-इंडिया मॉडल के बारे में जाना और श्री सोमेश्वर मंदिर का दौरा करके उन्होने हमारी समान् विरासत को समझा।
संबंध एक यात्रा से नहीं बनते हैं। इसके लिए दिन-प्रतिदिन, वर्ष-दर-वर्ष की पारस्परिक भागीदारी महत्वपूर्ण है। नवंबर में, ब्रिटेन दिल्ली की टेक समिट के लिए भारत का आधिकारिक भागीदार था। इस शानदार कार्यक्रम से यूके-भारत प्रौद्योगिकी संबंधों की मजबूती का पता चलता है। ब्रिटेन का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल प्रिसिश़न मेडिसिन और एडवांस मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में संभावित भागीदारों से मिलने के लिए दिल्ली से कर्नाटक आया था।
ब्रिटिश उप उच्चायोग (बीडीएचसी) में हम राज्य की महत्वाकांक्षाओं के साथ यूके के हितों को जोड़ने की कोशिश करते हैं। हम फरवरी में ऐसा करने में सफल हुए थे जब ब्रिटेन के रक्षा मंत्री प्रोक्युर्मन्ट हेरिएट बाल्डविन एडवांस मैन्युफैक्चरिंग पैनल पर चर्चा करने के लिए बेंगलुरु में ‘मेक इन इंडिया कॉन्फ्रेंस’ में स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों के साथ शामिल हुए थे। मंत्री महोदय ने एचएएल, बीएई सिस्टम, और रॉल्स रॉयस को लिंक करते हुए ब्रिटेन और बेंगलुरु के बीच ऐतिहासिक एयरोस्पेस संबंधों पर प्रकाश डाला। यात्रा के दौरान क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी ने उन्नत विनिर्माण सहयोग को मजबूत करने के लिए केंद्रीय विनिर्माण प्रौद्योगिकी संस्थान के साथ एक समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। जैसाकि मंत्री ने स्पष्ट किया है कि ‘मेक इन इंडिया’ यूके-भारत की साझेदारी का केंद्र है और यह कई वर्षों से चला आ रहा है।
ब्रिटेन के विशेषज्ञ स्थानीय प्रांतीय भागीदारों के साथ निम्नलिखित काम भी कर रहे हैं:
- शहरी प्रशासन
- ऊर्जा भंडारण और ग्रीन फाइनेंस
- जल प्रणालियों पर जलवायु परिवर्तन का असर
- कृत्रिम प्रौद्योगिकी
- अपशिष्ट जल प्रबंधन (मल्लेश्वरम धोबी घाट पर वॉटर रीसाइक्लिंग प्रोजेक्ट के साथ)
- यातायात प्रबंधन और शहरी सुरक्षा (राज्य के गृह मंत्री परमेश्वरा के लंदन ट्रैफिक कंट्रोल सेंटर दौरे के साथ)
- विकलांगता और करियर
- स्टार्ट अप और औद्योगिक समूहों का सहयोग
- टैक्स संग्रहण और भूमि पंजीकरण में सुधार
यह सभी मुद्दे हमारे आम समृद्धि एजेंडे में आते हैं जो कर्नाटक की बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है।
मैं यूरोप के बारे में कुछ और कहना चाहता हूं। यूके यूरोपीय संघ छोड़ रहा है न कि यूरोपीय महाद्वीप को। ब्रिटेन कई मुद्दों पर यूरोपीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। इस साल कर्नाटक में अपने यूरोपीय साझेदार के साथ हमने यूरोपीय फिल्म महोत्सव के अंतर्गत ब्रिटिश फिल्मों को प्रदर्शित किया, हमने यूरोपीय फुटबॉल कप का जश्न मनाया जहां जर्मनी ने उत्तरी आयरलैंड को हराया, हमने सितंबर में यूरोपियन क्लाइमेट एक्शन डे कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और मार्च में पर्यावरण निरंतरता पर यूरोपीय संगोष्ठी का आयोजन किया। यह सहयोग ऐसे ही जारी रहेगा।
मैंने इस साल अपने लिविंग ब्रिज के महत्व के बारे में कई बार बात की है। लिविंग ब्रिज एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल प्रधान मंत्री मोदी ने 2015 में अपनी यूके यात्रा के दौरान दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंधों को समझाने के लिए किया था।
इस वर्ष हमने अपने चेवेनिंग स्कॉलरशिप प्रोग्राम को प्रोत्साहित किया है ताकि भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएं यूके आकर सबसे अच्छे कौशल को विकसित करें और वापस भारत आकर उसका उपयोग कर सकें। यह प्रोग्राम अब दुनिया का सबसे बड़ा यूके कंट्री प्रोग्राम है जिसमें 130 एक वर्षीय मास्टर्स और शॉर्टर फेलोशिप प्रोग्राम उपलब्ध हैं। हमारे पास वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, पत्रकारों, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों, डिजाइन विशेषज्ञों, वित्तीय विशेषज्ञों और भारत के भावी नेताओं (हमारे प्रमुख गुरुकुल कार्यक्रम) के लिए विशेषज्ञ कार्यक्रम मौजूद हैं। कर्नाटक में, चेवेनिंग एल्यूमिनी में 120 पूर्व छात्र शामिल हैं। यूके के अपने अनुभव को बेहतर बनाने और यूके को स्थानीय पहल से जोड़ने के तरीको के बारे में चर्चा करने के लिए यह ग्रुप नियमित रूप से मिलता रहता है। शेवनिंग स्कॉलरशिप प्रोग्राम के अगले राउंड के लिए आवेदन की प्रक्रिया गर्मियों में शुरू होगी। विस्तृत जानकारी के लिए कृपया ऑनलाइन चेक करें और सभी को बताएं।
बीडीएचसी ने यूके ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट लिंक को मजबूत करने के लिए लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, ऑक्सब्रिज, क्रैनफ़ील्ड, इंपीरियल कॉलेज लंदन और किंग्स कॉलेज लंदन सहित स्थानीय यूके एल्यूमिनी एसोशिएशन के साथ भी काम किया है।
युवा उद्यमियो को प्रोत्साहित करने और अपनी कंपनी का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के सफर की शुरूआत करने वाले नए स्टार्ट-अप टेलेंट को विकसित करने व उनका मार्गदर्शन करने के लिए यूके के टेक रॉकेटशिप और इंडिया इमर्जिंग 20 कंपटीशन लॉन्च किए गए। आज रात हमारे साथ बेंगलुरू टेक रॉकेटशिप के तीन विजेता हैं। इस साल के इंडिया इमर्जिंग 20 विजेताओं की घोषणा कल बेंगलुरू में की जाएगी।
यूके का लॉन्गिट्यूड प्राइज विशेष तौर पर भारत प्रचलित एंटी-माइक्रोबियल रेसिस्टेंस की वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए नॉवेल इनोवेशन को प्रोत्साहित कर रहा है।
यूथ लिंक को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जुलाई में हमने यूके के 40 छात्रों को इंडिया-वाइड जेएनयूके प्रोग्राम के अंतर्गत कल्चरल इमर्सन प्रोग्राम में भाग लेने के लिए बेंगलुरु के क्राइस्ट और जैन यूनिवर्सिटी में आमंत्रित किया था।
अपनी भौगोलिक पहुंच को बढ़ाने के लिए ट्रेड, इंवेस्टमेंट, साइंस व इनोवेशन, एनर्जी व लो कार्बन, पॉलिटिक्स व इकोनॉमिक्स और कॉर्पोरेट सेवाओं से संबंधित बीडीएचसी टीम ने: ब्रिटिश काउंसिल, वेल्श गवर्नमेंट, यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल और यूके वीजा एप्लीकेशन के साथ साझेदारी की है जिसके अंतर्गत व्हाइटफील्ड और फिर उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक सिटी में एक दिवसीय कार्यालय की स्थापना की जाएगी जिसका उद्देश्य उन स्थानीय भागीदारों से मिलना होगा जो अक्सर बेंगलुरु के केंद्र में आने में असमर्थ होते हैं। बीडीएचसी टीमों ने इस साल हमारी सेवाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए पश्चिम (टुमकुर, शिमोगा, मनीपाल और मंगलौर) से दक्षिण (मैसूर) और उत्तर (बेलगाम) का भी दौरा किया है। हम पूरे राज्य को कवर करते हैं।
ईयर ऑफ कल्चर:
यह साल आपके लिए जश्न का साल है। 2017 में ब्रिटिश काउंसिल द्वारा भारत में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन किए जाएंगे, और ऐसे ही कार्यक्रमों के आयोजन यूके में भारत सरकार द्वारा किए जाएंगे। हमारा मानना है कि दोनों देशों के सबसे नए, रोमांचक और रचनात्मक काम को सामने लाकर और अपने संयुक्त इतिहास को पेश करने से लोग एक-दूसरे के देशों के बारे में अधिक जानना और रिश्तों को बेहतर बनाना चाहेंगे।
फरवरी में ईयर ऑफ कल्चर की शुरूआत बकिंघम पैलेस में महरानी और वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा की गई थी। मेरे पीछे दिख रहे पीकॉक प्रोजेक्शन को उसी कार्यक्रम से लिया गया है और यह इस एक-वर्षीय कार्यक्रम का प्रतीक है। डिजाइन का निर्माण यू.के और बेंगलुरु के स्टूडियो कैरम द्वारा किया गया है।
इस साल बेंगलुरु में मिक्सदबॉडी की लॉन्चिंग के अवसर पर ब्रायन मोली, जाज क्वार्टेट के साथ साथ वेन मैकग्रेगर डांस कंपनी और अटकलारी के आने की उम्मीद है। ब्रिटिश काउंसिल के हमारे सहयोग आपको कर्नाटक के लिए बनाई गई हमारी भावी योजनाओं के बारे में बताएंगे और वे आपको मिक्सदसिटी में आमंत्रित भी करेंगे।
स्पॉन्शरशिप:
आज रात का यह कार्यक्रम हमारे प्रायोजकों के बिना संभव नहीं होता।
हमारे गोल्ड स्पॉन्सर्स हैं:
- डायनामेटिक टेक्नोलॉजीज लिमिटेड एयरबस, बोइंग, और बेल हेलीकाप्टरों की ग्लोबल टीयर -1 सप्लायर है। भारत में एयरोस्पेस उद्योग के विकास में इसका प्रमुख योगदान है। बेंगलुरु, स्विंडॉन और ब्रिस्टल में इसकी फैसिलिट हैं और अपने वैश्वीकरण संबंधित प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए यह ब्रिटेन के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ का उपयोग कर रहा है।
- लोढ़ा समूह सेल्स के मामले में भारत का नंबर 1 रियल एस्टेट डेवलपर है और यह अब यूके में भारत के सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। इस ग्रुप ने पहले ही ब्रिटेन के बाजार में £ 1 अरब पाउंड का निवेश कर रखा है और अब यह लंदन में अपने पोर्टफोलियो को और बढ़ाने की कोशिश में कर रहा है।
- इंफोसिस टेक्नोलॉजी स्रविसेज और कंसल्टिंग में ग्लोबल लीडर है। एडिनबर्ग और स्विंडॉन में कार्यालयों के साथ यह यूके में 1995 से संचालित हो रही है और ग्राहको को आईटी सेवाएं उपलब्ध करा रही है। यूके के 3 विश्वविद्यालयों के साथ इसकी रणनीतिक साझेदारी है और इसने समर इंटर्नशिप के लिए ब्रिटेन के 100 से अधिक छात्रों को भारत लाया है।
- माइंडट्री एक ग्लोबल आईटी सर्विसेज कंपनी है जिसका हेडक्वार्टर बेंगलुरु में स्थित है और यह पूरे विश्व में संचालित होती है। माइंडट्री 2003 में यूके आई। इसके पास यूके के ग्राहकों की मजबूत पोर्टफोलियो है और यह यूरोपीय संघ के व्यापार को संचालित करने के लिए अपने लंदन स्थित कार्यालय का उपयोग करता है।
हमारे कुछ गोल्ड स्पॉन्सर्स को साइट पर प्रदर्शित किया जा रहा है। कृपया विजिट करें और उनके स्टैंड को देखें
हमारे सिल्वर स्पॉन्सर हैं:
- बायोकॉन
हमारे ब्रॉन्ज स्पॉन्सर हैं:
- डिएगो
- रॉल्स रॉयस
- लंदन की ट्विनिंग
मैं अपने स्पॉन्सर-इन-काइंड और अपने बीयर स्पॉन्सर यूबी के साथ-साथ आज रात यहां अपने एडवांस इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स को दिखाने वाले अपने ‘बेस्ट ऑफ़ ब्रिटिश’ प्रदर्शकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा।
धन्यवाद।
मैं निम्नलिखित लोगों को धन्यवाद देते हुए समापन करना चाहता हूं:
- इस वंडरलैंड को डिजाइन करने वाली ग्रेट टीम (मौसम की चुनौतियों के बावजूद)
- जेडब्ल्यू मैरियट जिन्होंने हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हमारे साथ काफी नजदीकी से काम किया है
- डिप्टी हाई कमीशन की क्यूबीपी कमेटी जिन्होने इस कार्यक्रम के लिए महीनों काम किया
- बेंगलुरु टीम और भारतीय नेटवर्क के साथी
क्या आप तालियों के दौर के साथ आगे बढ़ सकते हैं?
धन्यवाद।
टोस्ट
मैं निम्नलिखित 3 टोस्टों का प्रस्ताव रखना चाहता हूं:
- महारानी
- मजबूत यूके-कर्नाटक साझेदारी
- कर्नाटक राज्य