विश्व की समाचार कथा

यूके-इंडिया ने फ्यूचरटेक फेस्ट में टेक पार्टनरशिप का जश्न मनाया

The UK and India have celebrated their Tech Partnership at a world-leading technology and innovation festival in New Delhi.

यह 2016 to 2019 May Conservative government के तहत प्रकाशित किया गया था
TECH

यूके और भारत ने नई दिल्ली के एक वर्ल्ड लीडिंग टेकनोलॉजी और इनोवेशन फेस्टिवल में अपनी टेक पार्टनरशिप का जश्न मनाया । यूके और भारत ने 12 दिसंबर 2018 को नई दिल्ली के इंपीरियल होटल में एक रंगारंग प्रौद्योगिकी उत्सव की मेजबानी की। इंडिया-यूके फ्यूचरटेक फेस्ट (एफटीएफ) दो दिनों में 200 से अधिक कंपनियों और 1000 प्रतिनिधियों को साथ लाया, जिसमें विश्व की अग्रणी भारतीय और और यूके की टेक कंपनियों के साथ वैज्ञानिक, नीति निर्माताओं और उद्यमी शामिल थे। थॉट-लीडरशिप समिट में प्रौद्योगिकी के भविष्य के साथ-साथ ब्रिटेन और भारत को वैश्विक नेता के रूप में देखा गया। सैटेलाइट इवेंट का आयोजन बेंगलुरू, हैदराबाद, मुंबई और चंडीगढ़ में किया गया।

इसके प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे:

  • एलिजाबेथ डेनहम, यूके इंफॉर्मेशन कमिश्नर
  • जूलियन डेविड, टेक यूके के सीईओ
  • रॉन मोबड, आरईएलएक्स के सीईओ
  • मैथ्यू गोल्ड, ब्रिटेन के डिपार्टमेंट ऑफ डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट के डायरेक्टर जनरल फॉर डिजिटल
  • अरविंद गुप्ता, भारत सरकार के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर
  • रमेश अभिषेक, डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिस एंड प्रमोशन के सेक्रेटरी
  • अमिताभ कांत, नीति आयोग के सीईओ

यूनिक इंडिया यूके टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप की घोषणा के आठ महीने का जश्न मनाते हुए, प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं:

  • पहली दो टेक क्लस्टर पार्टनरशिप की घोषणा: मिडलैंड्स इंजन-महाराष्ट्र पार्टनरशिप द्वारा फ्यूचर मोबिलिटी के सभी क्षेत्रों को परखा जाएगा, जबकि नॉर्दन पावरहाउस-कर्नाटक पार्टनरशिप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा पर फोकस करेगा।

  • ब्रिटेन की कुछ बेहतरीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हेल्थ कंपनियों द्वारा भारत के सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अपने सॉल्यूशन लाने के लिए 1 मिलियन पाउंड के प्रोग्राम की लॉन्चिंग - डायग्नोस्टिक एआई पर केंद्रित जो भारत की कुछ सबसे बड़ी बीमारियों से निपट सकती है। पहले चरण के लिए पांच कंपनियों को चुना गया है जिसकी घोषणा फेस्टिवल में की गई थी (और जानकारी देखें)।

  • यूके-इंडिया फ्यूचर मैन्युफैक्चरिंग स्टीयरिंग ग्रुप की पहली मीटिंग, जो ब्रिटेन के वर्ल्ड लीडिंग एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग कैटापल्ट के आधार पर भारत में ‘फ्यूचर मैन्युफैक्चरिंग’ सेंटर के डिजाइन पर रिपोर्ट तैयार कर रही है।

सीईओ टेक एलायंस ने फेस्टिवल में अपनी तीसरी मीटिंग भी आयोजित की थी। यूके और इंडियन मार्केट तक पहुंच और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए एक्सपेंडेड फिनटेक रॉकेटशिप अवॉर्ड स्कीम को लॉन्च किया गया। और कमर्शियल पार्टनरशिप, मेंटरिंग, जॉइंट वेंचर और आरएंडडी कोलेबोरेशन के माध्यम से ब्रिटेन और भारत की हाई-टेक कंपनियों को साथ लाने वाले - यूके-इंडिया टेक हब - की शुरुआत 2019 के आरंभ में की जाएगी।

गवर्नमेंट से गवर्नमेंट एक्सचेंज को एक वेल्थ ऑफ इंडस्ट्री कोलेबोरेशन द्वारा भी समर्थित किया जाएगा, उदाहरण के लिए:

  • स्मार्ट मीटरींग टेक्नोलॉजी फर्म सियानकोनोड के ओमनीमिश प्रोडक्ट ने उत्पाद ने भारत में पिछले 18 महीनों में 18.9 मिलियन डॉलर के अनुबंध किए हैं, और इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर एसोसिएशन ऑफ इंडिया अवॉर्ड्स में उनको धन्यवाद भी दिया गया था। कंपनी 100 मिलियन डॉलर के संभावित अनुबंधों पर काम कर रही है
  • टेक सॉल्यूशंस फर्म इक्विनिटी ग्रुप मौजूदा 1000-स्ट्रॉन्ग चेन्नई ऑफिस के अलावा जनवरी 2019 में बेंगलुरू में एक नया ऑफिस खोलेगी जिससे 350 नौकरियों का सृजन होगा।
  • न्यूजफीड स्टार्ट-अप ऑनलाइन दुष्प्रचार से तर्कपूर्ण ढंग से निपटती है: एफटीएफ में वो अपनी नई कंज्यूमर वेबसाइट लॉन्च कर रही है। अगले साल 20 से ज्यादा नई नौकरियों का सृजन करके और 21.7 मिलियन के अनुमानित रेवेन्यू के साथ वे अपने भारतीय प्लेटफॉर्म को बढ़ा रही है।
  • वेंचर कैपिटल फर्म पोंटाक ने ब्रिटेन और भारत के फिनटेक, स्मार्ट सिटीज टेक और इमर्जिंग टेक में 2500 से अधिक नौकरियों को सृजित करने के लिए 50 मिलियन डॉलर के फंड को लॉन्च किया है।
  • लाइफ साइंसेज फर्म क्वांटूएमडीएक्स ने इस साल भारत में 2.74 मिलियन केसेज़ वाले ट्यूबरक्लोसिस जैसे संक्रामक रोग के डायग्नोस्टिक के लिए गोवा की मोल्बियो के साथ नए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) की घोषणा की है।

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त, सर डोमिनिक एस्क्विथ ने कहा:

अप्रैल में जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधान मंत्री थेरेसा मे इंडिया-यूके टेक साझेदारी की घोषणा की थी, तो उन्होंने टेक की बढ़ती शक्ति को हमारे द्विपक्षीय संबंधों के केंद्र में रखा था। तब से हमने शानदार प्रगति देखी है, जो हमारी साझेदारी की व्यापकता और गहराई को दर्शाती है।

यूके-इंडिया की साझेदारी ने टेक रिवॉल्यूशन में दोनों देशों की अग्रणी स्थिति को बनाए रखने के वादे वाले आकर्षक एजेंडे के साथ, तकनीकी क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों को पूरी तरह से अंगीकार कर लिया है।

नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा:

ब्रिटेन तकनीक के क्षेत्र में हमारे पारस्परिक हितों और महत्वाकांक्षाओं में भारत का एक प्राकृतिक भागीदार है, और हमारे इस सहयोग को दोनों देशों के उच्चतम ऑफिसेज़ द्वारा देखा जाता है। भारत दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए संभावित रूप से टेक गेराज बन सकता है, और हम हेल्थकेयर, मैन्युफैक्चरिंग, मोबिलिटी और फिनटेक जैसे क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजी कंपनियों और सॉल्यूशंस को भारत में आमंत्रित करना चाहते हैं।

फ्यूचरटेकफेस्ट में कई कंपनियों को प्रदर्शित किया गया है और पारस्परिक हित के कई क्षेत्रों पर चर्चा की गई है। मैं इंडिया-यूके के टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप में निरंतर, बेहतरीन गति को देखने के लिए उत्सुक हूं।

यूके-इंडिया टेक पार्टनरशिप की शुरूआत अप्रैल 2018 में पीएम मोदी और पीएम मे द्वारा की गई थी। यह साझेदारी मौजूदा द्विपक्षीय सांइटिफिक, कमर्शियल और पर्सनल लिंक पर आधारित है, और टेक के सभी पहलुओं पर इंडिया-यूके कोलेबोरेशन को और मजबूत बनाने के फ्रेमवर्क को तैयार करती है - रोजगार के सृजन में मदद करती है, उत्पादकता में वृद्धि करती है, व्यापार और निवेश को बढ़ावा देती है और साझा चुनौतियों से निपटती है।

1760 में औद्योगिक क्रांति की शुरूआत से लेकर इस हफ्ते ग्रैफीन इंजीनियरिंग और इनोवेशन सेंटर की लॉन्चिंग तक - यूके हमेशा से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अत्याधुनिक रहा है। यूके अमेरिका से बाहर किसी भी अन्य देश की अपेक्षा सबसे अधिक नोबेल पुरस्कार विजेताओं का घर है।

यह साझेदारी पहले से ही मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों पर विकसित हुई है। 2017 में ब्रिटेन में भारत का एफडीआई स्टॉक 8 बिलियन पाउंड था - जिसमें 2016 की अपेक्षा 321% की वृद्धि हुई है, जो पिछले दस वर्षों में किसी भी देश की सबसे बड़ी वृद्धि और ब्रिटेन में भारतीय निवेश के सबसे बड़े स्टॉक को प्रदर्शित करती है। वहीं, ब्रिटेन भी भारत में सबसे बड़ा जी20 निवेशक है।

यूके और भारत के बीच मजबूत साझेदारी है: यूके में 31% भारतीय निवेश तकनीक में हैं; जिससे 110,000 में से 33,000 नौकरियों का सृजन होता है। 2016 में ब्रिटेन ने भारत में 344 मिलियन पाउंड के डिजिटल सर्विसेज का निर्यात किया था। ब्रिटेन भारत का दूसरा सबसे बड़ा द्विपक्षीय साइंस पार्टनर है और न्यूटन-भाभा पार्टनरशिप के अंतर्गत भारत-ब्रिटेन की साझेदारी 2008 के 1 मिलियन पाउंड से बढ़कर 2021 तक 400 मिलियन पाउंड से अधिक हो जाएगी।

अधिक जानकारी के लिए: इंडिया-यूके फ्यूचरटेक फेस्टिवल पर जाएं।

The India-UK FutureTech Festival

अधिक जानकारी

एचएमजी घोषणाएं

हेल्थकेयर एआई कैटेलिस्ट

डब्ल्यूएचओ के अनुमान के मुताबिक भारत में लगभग आधे मिलियन हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की कमी है - जिनको प्रशिक्षित करने में कई दशक लग सकते हैं। इसलिए आयुषमान भारत के लक्ष्य को पूरा करने और यूनवर्सल हेल्थ कवरेज की दिशा में आगे बढ़ने में भारत को सक्षम बनाने के लिए एआई महत्वपूर्ण है।

ऑक्सफोर्ड, इंपीरियल, यूसीएल और एलन ट्यूरिंग इंस्टीट्यूट में मदद करने के लिए ब्रिटेन को विशिष्ट स्थान दिया गया है, ब्रिटेन में दुनिया की स्वास्थ्य एआई के कुछ सबसे प्रमुख अकादमिक केंद्र हैं। और एनएचएस में, यह किसी भी हेल्थ सिस्टम के सबसे बड़े और सबसे यूनिफॉर्म क्लीनिकल डेटासेट में से एक है।

हेल्थकेयर एआई कैटेलिस्ट के पहले चरण के लिए शॉर्टलिस्ट की गई पांच कंपनियां हैं:

विजुलिटिक्स

डायबिटिक रेटिनोपैथी, ग्लूकोमा और आयु से संबंधित मैकुलर डिजेनरेशन की पहचान करने के लिए डीप लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करता है, और पीएचसी में उनके सॉफ्टवेयर को लगाकर परीक्षण के लिए मरीजों के जिला अस्पताल आने की आवश्यकता को समाप्त किया जा सकता है। भारत में एक तिहाई से अधिक डायबिटिक के मरीजों को रेटिनौपैथी होने का अनुमान है और भारत में दुनियां के किसी भी देश की अपेक्षा सबसे ज्यादा अंधे लोग मौजूद हैं।

ऑप्टेलम

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में विकसित, ऑप्टेलम ने दुनिया के ऐसे पहले एआई को विकसित किया है जो डिजिटल सीटी स्कैन से फेफड़ों के कैंसर की सफलतापूर्वक पहचान कर सकता है। भारत में फेफड़ों के कैंसर के 85% मामलों का तीसरे या चौथे चरण में पता चलता है - जिस समय उपचार के प्रभावी होने की संभावना काफी कम हो जाती है।

ट्यूमर ट्रेस

प्राइमरी हेल्थ सेंटर लेवल पर सर्वाइकल कैंसर को डायग्नोस करने के लिए ऑप्टोमैग्नेटिक इमेजिंग स्पेक्ट्रोस्कोपी (ओएमआईएस) और एआई का प्रयोग करता है। फिलहाल दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौत का 25% भारत में होता है।

योर.एमडी

ऐसा एआई उपकरण प्रदान करता है जिससे प्राइमरी केयर हेल्थ वर्कर्स को सामान्य स्थितियों में सही ढंग से निदान करने और उपचार की अनुशंसाएं प्रदान करने में मदद मिल सकती है। फिलहाल उनका ऐप केवल अंग्रेज़ी में उपलब्ध है, लेकिन योर.एमडी पूरी तरह से हिंदी में काम करने वाले वर्जन को बनाने का प्रस्ताव दे रहा है।

आरईएलएक्स एल्सेवियर

आरईएलएक्स एल्सेवियर का अरेज़ो एक क्लीनिकल डिसीजन सपोर्ट टूल है जो स्वास्थ्य कर्मियों को उनकी स्थानीय भाषा में बेहतरीन प्रेक्टिस ट्रिटमेंट गाइडलाइंस प्रदान करता है।

फ्यूचर मैन्युफैक्चरिंग सेंटर

फ्यूचरटेक फेस्ट में यूके-इंडिया फ्यूचर मैन्युफैक्चरिंग स्टीयरिंग ग्रुप की पहली बैठक हुई। यह ग्रुप ब्रिटेन के वर्ल्ड लीडिंग एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग कैटापल्ट के आधार पर भारत में ‘फ्यूचर मैन्युफैक्चरिंग’ सेंटर के डिजाइन को तैयार करेगा।

कैटापल्ट यूके में एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग की वृद्धि और सफलता का मुख्य स्रोत है। ये टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेंटर्स टेक्नोलॉजी कॉन्सेप्ट के अंतर को भरने और कमर्शियलाइज़ेशन में तेजी लाने के लिए सभी तरह की कंपनियों के साथ काम करते हैं। कैटापल्ट अत्याधुनिक उपकरण, विशेषज्ञता तक पहुंच के साथ कंपनी कोलेबोरेशन का माहौल प्रदान करता है।

क्लस्टर पार्टनरशिप

मिडलैंड्स इंजन-महाराष्ट्र पार्टनरशिप द्वारा फ्यूचर मोबिलिटी के सभी क्षेत्रों को एक्सप्लोर किया जाएगा, जबकि नॉर्दन पावरहाउस-कर्नाटक पार्टनरशिप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा पर फोकस करेगा। उत्कृष्टता के इन वर्ल्ड लीडिंग सेंटर्स के जुड़ने से टेक्नोलॉजी एक्सचेंज इनेबल होगा, स्टार्ट-अप को साथ काम करने में मदद मिलेगी, और भारत व ब्रिटेन में रोजगार का सृजन होगा।

यूके के डिजिटल सेक्रेटरी मैट हैंकॉक ने जून में अपनी भारत यात्रा के दौरान इन क्लस्टर्स की घोषणा की थी। सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जेम्स ब्रोकेंसशायर ने अक्टूबर में अपनी यात्रा के दौरान महाराष्ट्र और मिडलैंड्स इंजन के बीच ‘फ्यूचर मोबिलिटी’ क्लस्टर को और आगे बढ़ाया था।

कंपनी प्रोफाइल

सियानकोनोड

सियानकोनोड रेडियो फ्रीक्वेंसी मेश नेटवर्क के डिजाइन और डेवलपमेंट का वर्ल्ड लीडर है जो बेहद सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम प्रदान करता है। भारत में राज्य की स्वामित्व और निजी उपयोगिता वाले ग्राहकों के साथ सियानकोनोड का कमर्शियल कॉन्ट्रेक्ट है। इनमें ऊर्जा मंत्रालय द्वारा शुरू की जाने वाली पहली 14 स्मार्ट ग्रिड परियोजनाएं शामिल हैं।

सियानकोनोड अपनी भारतीय सहायक कंपनी के माध्यम से भारत में अपने सॉल्यूशन और नॉलेज को ट्रांसफर करती है जिससे बीस से अधिक लोगों को रोजगार मिला है और देश को लाखों पाउंड का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है। भारत में कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भी हैं।

सियानकोनोड के नवीनतम उत्पाद - ओमनिमेश - को हाल ही में इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर एसोसिएशन ऑफ इंडिया अवॉर्ड्स 2018 के ‘इनोवेशन इन टेक्नो कमर्शियल’ श्रेणी में सम्मानित किया गया था। ओमनिमेश एक स्मार्ट मीटरींग सॉल्यूशन है जो यूटिलिटीज को समय से, पूर्ण और सटीक डेटा एकत्र करने में मदद करता है। पिछले 18 महीनों में 18.9 मिलियन डॉलर के कस्टमर कॉन्ट्रेक्ट से भारत के ऑटोमेटिक मीटरींग इंटरफेस मार्केट के लिए इसकी उपयुक्तता का पता चलता है। सियानकोनोड फिलहाल भारत में अकेले 100 मिलियन डॉलर से अधिक के संभावित सेल्स पाइपलाइन पर काम कर रहा है।

इक्विनिटी ग्रुप

इक्विनिटी यूके के लीडिंग शेयर रजिस्ट्रेशन सर्विसेज कंपनियों में से एक है जो कॉम्प्लेक्स और रेगुलेटेड एडमिनिस्ट्रेशन को टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन का लीडिंग प्रोवाइडर है। इनके द्वारा ब्लू-चिप एंटरप्राइजेज और पब्लिक सेक्टर ऑर्गेनाइजेशन को सेवाएं प्रदान की जाती हैं।

इक्विनिटी ग्रुप ने 2014 में अपने चेन्नई कार्यालय की स्थापना की थी जो 4 साल के अंदर बढ़कर 1200 हो गई है। जनवरी 2019 में उनके द्वारा बैंगलोर में एक नई ऑफिस फैसिलिटी की शुरूआत की जाएगी जिससे 350 नौकरियों का सृजन होगा। नई फैसिलिटी मुख्य रूप से हाउस बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (वॉयस/नॉन-वॉयस) और आईटी डेवलपमेंट, टेस्टिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर टीम की होगी। इक्विनिटी भारतीय कंपनियों के अधिग्रहण या भागीदारी के जरिए अपने व्यापार को भारत में विस्तारित करने की योजना बना रही है।

इक्विनिटी इंडिया अपने हाइली स्केलेबल प्रोप्रायटरी टेक्नोलॉजी प्लेटफार्मों को और विकसित करने के लिए इक्विनिटी पीएलसी को सक्षम बना रही है जो यूनाइटेड किंगडम के फाइनेंशियल और कैपिटल मार्केट के केंद्र में है। इक्विनिटी इंडिया व्यापार के भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है - जिसकी सफल परियोजनाएं डिजिटल युग में इक्विनिटी पीएलसी को प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखेंगी।

लॉजिकली

लॉजिकली एक टेक स्टार्ट-अप है जिसे ऑनलाइन दुष्प्रचार की चुनौतियों से निपटने के लिए बनाया गया है। यूजर्स को इंटेलिजेंट न्यूजफीड के माध्यम से केवल विश्वसनीय जानकारी प्रदान की जाती है और उनके सामने खबर के प्रत्येक पहलू को उजागर किया जाता है। एल्गोरिदम भ्रामक तत्वों की पहचान के लिए न्यूज कंटेंट का टेक्स्चुअल एनेलिसिस करता है; स्रोत की गुणवत्ता, प्रतिष्ठा और अधिकार निर्धारित करने के लिए मेटाडेटा का परीक्षण करता है; और संदिग्ध पैटर्न की पहचान करने के लिए नेटवर्क बिहेवयिर की मॉनिटरिंग करता है।

पूरे भारत में कंपनी के कई कार्यालय हैं और अगले छह महीनों में कम से कम 20 हायर्स बनाने के और अगले वर्ष तक 21.7 मिलियन पाउंड के अनुमानित रेवेन्यू के लक्ष्य के साथ 2019 में इसका और विस्तार किया जाएगा।

फ्यूचरटेकफेस्ट के दौरान लॉजिकली अपने नए कंज्यूमर वेबसाइट को लॉन्च करेगी। यह प्लेटफॉर्म कई एआई मॉडल पर चलता है, जो साथ मिलकर उपयोगकर्ताओं को एक बेहतर अनुभव देने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं - एमवीपी प्रोडक्ट में हेट स्पीच डिटेक्शन, एनटाइटी सेंटिमेंट एनेलिसिस और ऑर्टिकल इमोशन डिटेक्शन जैसे एआई मॉडल शामिल हैं। प्रोजेक्ट चेकपॉइंट में कंपनी केंद्रीय भूमिका निभा रही है - अगले साल के आम चुनाव के दौरान दुष्प्रचार से निपटने के लिए इस पहल के अंतर्गत पब्लिशर्स, फैक्ट चेकर्स, सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स और तकनीशियनों को साथ लाया जा रहा है।

पोंटाक

पोंटाक एक वेंचर कैपिटल फर्म है, जो यूके और भारत के बीच क्रॉस बार्डर टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर फोकस करता है। यूके, भारत और यूएसए में परिचालन के साथ फर्म ने इस साल जुलाई में 50 मिलियन पाउंड फंड (यूके इंडिया इनोवेशन फंड यूआईआईएफ) को लॉन्च किया था। इस फंड का उद्देश्य पूरे यूके और भारत में कम से कम 2500 नौकरियों के सृजन के माध्यम से सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इसके फोकस के सेक्टर्स मे फिनटेक, स्मार्ट सिटी टेक और इमर्जिंग टेक शामिल हैं।

क्रॉस पॉलिनेट टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने और नौकरियों को सृजित करने में मदद के लिए फंड ने हरियाणा और गुजरात के साथ साझेदारी की है। पोंटाक हैदराबाद के ज़ेस्टियोट में कैपिटल को-इंवेस्टर भी है जिससे उन्हें यूके में अपने परिचालन को यूके ले जाने में मदद मिल रही है (डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड के सहयोग से)। फिनटेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए उन्होने तमिलनाडु में 2 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। यूके में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए यह तमिलनाडु की दो अन्य कंपनियों में निवेश करने जा रहा है।

क्वांटुएमडीएक्स

क्वांटुएमडीएक्स एक यूके लाइफ साइंस टूल्स और मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स कंपनी है; इसने एक तेज़ और पोर्टेबल डीएनए एनालाइजर क्यू-पीओसी™ डिवाइस को डिजाइन और विकसित किया है। क्यू-पीओसी™ किसी मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स लैबोरेट्री को सिंगल यूज टेस्ट कैसेट में कंप्रेस कर देता है - जिससे इसको बेसिक ‘अंडर-द-ट्री’ सेटिंग से लेकर क्लीनिक और हॉस्पिटल कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है और यह 20 मिनट के अंदर ही रिजल्ट दे देता है। यह टीबी और एचपीवी जैसी बीमारियों के परीक्षण के लिए काफी प्रभावी है।

क्वांटूएमडीएक्स ग्रुप लिमिटेड और मोल्बायो डायग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड (गोवा में स्थित एक मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स कंपनी) ने फ्यूचरटेक फेस्टिवल में मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग की घोषणा की। दोनों कंपनियां अपनी संबंधित तकनीकों के पूरक और सहक्रियात्मक प्रकृति की जांच करेंगी। वे संक्रामक रोगों के निदान में साथ मिलकर काम करने के अवसरों का पता लगाएंगी, और इनका प्रारंभिक फोकस ट्यूबरक्लोसिस (2018 में 2.74 बिलियन मामलों के साथ जिसमें भारत दुनिया में सबसे आगे है) से संक्रमित लोगों के लिए जीनोटाइपिक ड्रग रेसिस्टेंस टेस्टिंग पर होगा। इसमें होने वाली अधिकांश मौतों को जल्द डायग्नोसिस करके और ‘राइट फर्स्ट टाइम’ ट्रीटमेंट के माध्यम से रोका जा सकता है - लेकिन फिलहाल इसके लिए कोई फुल रेंज डायग्नोस्टिक सॉल्यूशन उपलब्ध नहीं है।

इसकी वजह से दोनों कंपनियां को केवल आरएंडडी में ही नहीं बल्कि प्रोडक्ट डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन के क्षेत्र में नौकरियों का सृजन करने और वैश्विक विकास की उम्मीद है।

कोल्ट डाटा सेंटर सर्विसेज (डीसीएस)

कोल्ट डाटा सेंटर सर्विसेज ने हाल ही में भारत में अपनी एंट्री की घोषणा की है। कोल्ट डीसीएस पहले ही यूरोप और एशिया पैसिफिक में 24 अत्याधुनिक डेटा केंद्र संचालित कर रहा है जिससे वह अपने ग्राहकों को 24/7 सुरक्षा और स्थानीय भाषा सहयोग प्रदान करता है।

कोल्ट डीसीएस ने मुंबई में सफलतापूर्वक जमीन का अधिग्रहण कर लिया है और इसके द्वारा वहां पर 100 मेगावाट आईटी हाइपर-स्केल डाटा सेंटर फैसिलिटी के निर्माण की योजना बनाई जा रही है। यह फैसिलिटी कैंपस स्टाइल डेवलपमेंट के अंतर्गत होगी जिससे कंपनी को उसी लोकेशन पर और डेटा सेंटर्स बनाने में मदद मिलेगी। साइट पर रैपिड डिलीवरी के लिए कोल्ट डीसीएस ने पहले ही साइट पर 150 एमवीए यूटिलिटी फीड के सुपर हाई-वोल्टेज पावर सप्लाई को सेक्योर कर लिया है।

भारत में विस्तार करने का योजना बेस्ट इन क्लास डेटा सेंटर स्पेस के लिए ग्राहकों की तरफ से होने वाली निरंतर मांग से प्रेरित है क्योंकि भारत में क्लाउड सर्विसेज की खपत निरंतर बढ़ती जा रही है। 2016-2021 के बीच केवल भारत में ही क्लाउड रेवेन्यू में 25 प्रतिशत सीएजीआर बढ़ोत्तरी की संभावना है।

कैंपस से क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेज की बड़ी तैनाती में मदद मिलेगी और भारतीय अथॉरिटी और बिजनेस को डिजिटल इंडिया कैंपेन के अनुरूप इस क्षेत्र में बढ़ने और अपना विस्तार करने में सहायता मिलेगी। कोल्ट डीसीएस इंडियन मार्केट में आने वाला पहला मेनस्ट्रीम वेस्टर्न डेटा सेंटर ऑपरेटर होगा।

ग्लोबल इनोवेशन पॉलिसी एक्सेलेरेटर (जीआईपीए)

ग्लोबल इनोवेशन पॉलिसी एक्सेलेरेटर के माध्यम से इनोवेशन कोलेबोरेशन को बढ़ावा देने के क्रम में और प्रभावी कार्यक्रम तैयार करने और बेहतर ढंग से विकसित होने के लिए यूके और भारत न्यूटन-भाभा पार्टनरशिप के अंतर्गत काम कर रहे हैं। पॉलिसी एक्सेलेरेटर एक एक्जीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्राम है जिसका उद्देश्य इनोवेशन पॉलिसी एंटरप्रेन्योर्स के ग्लोबल नेटवर्क को विकसित करना है। इसको यूकेआरआई के अंतर्गत काम करने वाले इनोवेट यूके द्वारा नेस्टा-लेड कंसोर्टियम के माध्यम से डिलीवर किया जा रहा है।

जीआईपीए पिछले 6 महीनों से इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार जैसे दो भारतीय नीति निर्माताओं के साथ काम कर रहा है। 2019 की शुरूआत में में एक कॉन्फ्रेंस के साथ इस प्रोग्राम का समापन हो जाएगा, और इस दौरान दोनों टीमों को सीनियर स्टेकहोल्डर्स के ऑडिएंस के समक्ष अपने प्रोजेक्ट को पेश करने का अवसर दिया जाएगा।

मीडिया

मीडिया से संबंधित प्रश्नों के लिए, कृपया संपर्क करें:

सैली हेडली, प्रमुख, कम्युनिकेशन्स
प्रेस और कम्युनिकेशन, ब्रिटिश उच्चायोग,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली 110021
टेलीफोन: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें: किटी तवाकले

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प्रकाशित 13 December 2018