'हम तमिलनाडु के साथ घनिष्टता के साथ काम कर रहे हैं’
चेन्नई में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त श्री भरत जोशी के उद्गार, जो उन्होंने 9 सितम्बर 2015 को चेन्नई में आयोजित तमिलनाडु ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के यूके-कंट्री सत्र में दिए।
मुझे हर्ष है कि यूके जीआइएम का एक सहयोगी देश है।
मैं उम्मीद करता हूं कि आप सभी ने हमारे पैविलियन का दौरा करने का वक्त निकाला होगा जहां यूके-तमिलनाडु के सहयोग का छोटा रूप प्रदर्शित किया गया है। कभी-कभी मुझे लगता है कि यूके की कंपनियां इस राज्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर काफी विनम्र हैं। यूके के व्यवसाय अकेले चेन्नई में लगभग 50000 लोगों को रोजगार देते हैं। उनमें से अधिकतर उच्च-गुणवत्तापूर्ण रोजगार हैं जहां भारतीय मौजूद हैं, न कि प्रवासी नागरिक- बल्कि ब्रिटिश कंपनियां स्थानीय प्रतिभा को संवारने में भरोसा रखती हैं। यूके की कंपनियां कई प्रकार के सीएसआर कार्यक्रम संचालित करती हैं, जो केवल कंपनी के नियमनों के ऐसा कहने की वजह से नहीं है, बल्कि ऐसा करना उत्तम कार्य है, इस वजह से है। और यूके की कपंनियां भष्टाचार की सफाई करती हैं। न केवल इसलिए कि यूके के पास कड़े भ्रष्टाचार निरोधी कानून हैं, बल्कि इसलिए कि भ्रष्टाचार कारोबार तथा अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होता।
मुझे खुशी हुई कि हमने ग्लोबल हेल्थ एलाएंस, यूके- जो यूके के हेल्थ विशेषज्ञों का एक संघ है, तथा अपोलो मेडस्किल्स के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया। यह अपने तरह का पहला प्रयास है और यह डॉक्टरों, नर्सों, पारामेडिक्स, कार्डियक फीजियोलॉजिस्ट्स तथा आम जनता के लिए विशेष कौशल विकास कार्यक्रम पर प्रशिक्षण प्रदान करता है तथा भविष्य के सहयोग के लिए एक बुनियाद का निर्माण करता है। जैसा कि हम चेन्नई में उम्मीद करते हैं, हेल्थकेयर हमारे सहयोग का एक अहम क्षेत्र है: अन्य सफल उदाहरणों में शामिल है ग्लासगो केल्विन कॉलेज का कोयम्बुट्टूर में एक डेंटल नर्सिंग ऐकेडमी की स्थापना का प्रयास तथा कोयम्बुट्टूर के नर्सिंग कॉलेजों के साथ वैश्विक मानकों वाली डेंटल नर्सिंग योग्यता प्रदान करने के लिए सहयोग स्थापित करना। और वेस्टमिंन्स्टर हेल्थकेयर की चेन्नई में भारत के पहले डायग्नॉस्टिक सेंटर की स्थापना करने की योजना, ताकि अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों वाले आउटपेशेंट, डायग्नॉस्टिक, वेलनेस तथा बचावकारी सेवाओं में उन्नति की जा सके।
मुझे इस बात का भी गर्व है कि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय को यूके मेडिकल रिसर्च काउंसिल तथा भारत के जैव-प्रौद्योगिकी विभाग से £2 मिलियन(20करोड़ रुपये) की राशि प्राप्त हुई है, जिसका इस्तेमाल एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंट ट्युबरक्युलॉसिस पर चेन्नई में स्थित राष्ट्रीय यक्षमा अनुसंधान संस्थान (एनआइआरटी) के साथ सहयोग विकसित किया जाएगा।
कई नए शिक्षण सहयोग हैं। लिवरपूल होल युनिवर्सिटी स्टेला मैरिस कॉलेज के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय में एक स्नातकोत्तर सर्टिफिकेट प्रोग्राम के लिए एक पाठ्यक्रम विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहा है, ताकि छात्र लिवरपूल युनिवर्सिटी में इंटरनेशनल एमबीए प्रोग्राम के लिए आवेदन करने में सक्षम बन सकें। क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर तथा युनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग ने फेमिली मेडिसीन प्रोग्राम में मास्टर्स की डिग्री प्रदान करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। द सेंटर फॉर ऐप्लायड रिसर्च एंड एजुकेशन (CARE), इंस्टिट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज, चेन्नई तथा युनिवर्सिटी ऑफ लिसेस्टर ने क्लिनिकल साइकोलॉजी में 3 वर्ष का स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसे ब्रिटिश साइकोलॉजिकल सोसाइटी (बीपीएस) द्वारा मंजूरी प्राप्त है।
मेक इन इंडिया
पर यह केवल हमारी सेवाओं के बारे में ही नहीं है। विनिर्माण यूके की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा रहा है और हमारी कंपनियां बसों से लेकर ऑटो पार्ट और इंडस्ट्रियल वाल्व्स, जूतों व कपड़ों जैसी हरेक चीज के निर्माण में शामिल हैं, जिनमें हॉलीवुड सितारों के लिए सैविले रो सूट्स भी शामिल हैं।
हाल के समय में यूके की बस निर्माता कंपनी राइटबस ने डेमलर इंडिया के साथ ओरागडम प्लांट में अत्याधुनिक बसों के निर्माण के लिए सहयोग स्थापित किए है। जीकेएन ड्राइवलाइन यूके का, जो दुनिया का एक अग्रणी ऑटोमोटिव ड्राइवलाइन पुर्जों की निर्माता है, चेन्नई के बाहर ऑटोमोटिव पुर्जों के लिए एक बड़ा निर्माण तथा परीक्षण संयंत्र स्थित है, जहां से दक्षिण भारत के निर्माताओं को आपूर्ति की जाती है तथा यह अपने परिचालनों में लागातार विस्तार ला रहा है। रोटोर्क का यूके में बोलबाला है- जो वाल्व ऐक्चुएटर का वैश्विक लीडर है- इसका मुख्यालय चेन्नई में है।
जैसा कि निकोला बोल्टन, प्रबंध निदेशक (ट्रेड), यूके ट्रेड तथा इंवेस्टमेंट ने कहा, हम तमिलनाडु स्थित निवेशकों- पोलारिस, रैमको, टीवीएस लॉजिस्टिक्स, टेक सॉल्युशंस, पॉलीहोज, सेकसॉफ्ट, फ्रेश डेस्क, लैंसन ग्रुप, शासुन फार्मास्युटिकल्स तथा ऑर्किड फार्मास्युटिकल्स जैसी कंपनी के साथ आगे भी तमिलनाडु के साथ कार्य करते रहेंगे। इन जैसी कंपनियों ने यूके में £18 मिलियन से अधिक का निवेश किया है।
अंत में हमारा कहना है, तमिलनाडु सरकार के साथ हम घनिष्टता के साथ काम कर रहे हैं। हम उन प्रॉजेक्टों के जरिए धारणीय आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहे हैं, जिन्हें निम्न-कार्बन पथ के निर्माण में मदद करने हेतु तथा तटीय संवेदनशीलता प्रबंधन व ऊर्जा दक्षता हेतु आर्थिक साधनों का डिजाइन कर रहे हैं। नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हम ऑफ-शोर पवन पर आरंभिक कार्य पूरा कर रहे हैं, जिसमें चेन्नई आधारित सी-वेट शामिल है। हमने मदुरई को उसके आगामी प्रूफिंग फ्रेमवर्क तथा निम्न-कार्बन मास्टर प्लानिंग के लिए भी मदद प्रदान की है।
मैं अब यहां विराम लूंगा। जैसा कि आपमें से बहुतों को पता है, मैं लंबे भाषण नहीं देता। तथ्य यह है कि मैंने अपने 3 मिनट के नियम को तोड़ा है, यह इसलिए क्योंकि बहुत कुछ चल रहा है। उम्मीद है आप मुझे क्षमा करेंगे।